Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) ,
शुक्रवार, 28 दिसंबर 2007 (14:10 IST)
मुद्रास्फीति की दर घटी
फल, सब्जियाँ और बाजरा जैसे खाद्य पदार्थ तथा कारखानों में बना ज्यादातर सामान सस्ता होने से सकल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर 15 दिसम्बर को समाप्त हुए सप्ताह में 0.20 प्रतिशत घटकर 3.45 प्रतिशत रह गई।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आँकड़ों से यह जानकारी मिली। पिछले साल की समान अवधि में मुद्रास्फीति की दर 5.73 प्रतिशत थी।
विश्लेषकों का मानना है कि गुजरात तथा हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव परिणामों के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने की संभावना है, जिससे मुद्रास्फीति फिर दबाव में आ सकती है। उनका आकलन है कि एक फरवरी से यह चार प्रतिशत के करीब पहुँच जाएगी।
इस वर्ष जनवरी के अंतिम सप्ताह में मुद्रास्फीति दो वर्ष के उच्चतम स्तर 6.69 प्रतिशत पर पहुँची। सरकार और रिजर्व बैंक के निरंतर उपायों के परिणामस्वरुप मुद्रास्फीति 27 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में साढ़े पाँच वर्ष अर्थात जुलाई 2002 के बाद के निम्नतम स्तर 2.97 प्रतिशत तक घटने के बाद एक सितम्बर को तीन माह के उच्चतम स्तर 3.75 प्रतिशत रही थी।
पिछले 28 सप्ताह से मुद्रास्फीति लगातार पाँच प्रतिशत और 18 सप्ताह से यह चार प्रतिशत से नीचे बनी हुई है।