Last Modified: बेंगलुरु ,
गुरुवार, 11 नवंबर 2010 (11:31 IST)
सोने की चिड़िया है भारत
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देश में मौजूद 18 हजार टन सोने का भंडार इस बात का सबूत है कि भारत आज भी सोने की चिड़िया है। देश का स्वर्ण भंडार दुनिया के कुल स्वर्ण भंडार का ग्यारह फीसदी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मौजूदा कीमत 800 अरब डॉलर के करीब है।
विश्व स्वर्ण परिषद् की ओर से इंडिया हार्ट ऑफ गोल्ड शीर्षक से जारी अध्ययन रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है भारत के पास जितना सोने का भंडार है उसके मुताबिक यहाँ प्रति व्यक्ति के हिस्से में आधा औंस सोना आता है।
हालाँकि प्रति व्यक्ति यह खपत पश्चिमी देशों की तुलना में काफी कम है इसलिए इसमें आगे और बढ़ोतरी की संभावनाएँ मौजूद हैं।
परिषद् के निवेश अनुंसधान मामलों की निदेशक एली आंग ने इस मौके पर कहा कि भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा बाजार है।
यहाँ सोने की घरेलू माँग वैश्विक आर्थिक मंदी के पूर्व की स्थिति में आने की पूरी संभावना है ऐसे में यह अंतरराष्ट्रीय सराफा बाजार के लिए काफी मायने रखता है।
आंग ने कहा कि सोना भारतीय समाज का एक अंतरंग हिस्सा है। यह देश में बचत और सपंत्ति का आधार है। सोने को एक बेहद सुरक्षित निवेश मानते हुए लोगों ने इसकी ऊँची कीमतों को भी स्वीकार कर लिया है। ऐसे में आने वाले समय में देश में सोने और सोने के आभूषणों की अच्छी माँग आने की उम्मीद है। (वार्ता)