सौर मंडल का एक मात्र ग्रह जहां उल्टी दिशा से चलती है हवा
टोरांटो । कनाडा के खगोल शास्त्रियों ने पृथ्वी से 930 प्रकाश वर्ष दूर गैसीय एक्सोप्लैनेट (सौरमंडल के बाहर के गैसों से भरे ग्रहों) पर एक विचित्र ग्रह की खोज की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सौर मंडल का एक मात्र ऐसा ग्रह जहां हवा उल्टी दिशा से चलती है। वैज्ञानिकों के लिए यह ग्रह एक पहेली बन गया है।
सौर मंडल के इस ग्रह से जुड़े रहस्यों को सुलझाना दुनिया भर के वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है। दरअसल, वैज्ञानिकों के अनुसार सौर मंडल में यह ही एक मात्र ऐसा ग्रह है जहां अन्य ग्रहों से उलट, हवा विपरीत दिशा से चलती है। वैज्ञानिकों ने इस ग्रह का नाम 'हॉट जुपिटर' रखा है।
कनाडा के खगोल शास्त्रियों ने पृथ्वी से 930 प्रकाश वर्ष दूर गैसीय एक्सोप्लैनेट (सौरमंडल के बाहर के गैसों से भरे ग्रहों) पर इस ग्रह की खोज की है। यह खोज सौर मंडल के बाहर पाए जाने वाले ऐसे ग्रहों के प्रति वैज्ञानिकों की समझ को चुनौती दे रही है। मैकगिल के एक वैज्ञानिक निकोलस कोवान के अनुसार हमने पहले नौ अन्य गर्म बृहस्पतियों का अध्ययन किया है, विशालकाय ग्रह जो अपने तारों के करीब परिक्रमा करता है।
उनका कहना है कि इसके हर ग्रह पर पूर्व की ओर से हवाएं चलती थीं। यह एक मात्र ऐसा ग्रह है जहां हवाएं उलटी दिशा से चलती हैं। वैज्ञानिक इसकी वजहों का अध्ययन कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस ग्रह के अध्ययन से हॉट जुपिटर के तारों का चक्कर लगाने की प्रक्रिया को अधिक समझने में मदद मिलेगी।
गौरतलब है कि सीओआरओटी-2बी ग्रह की खोज एक दशक पहले फ्रांस के नेतृत्व वाले अंतरिक्ष निगरानी मिशन ने की थी। 'हॉट जुपिटर' पर उलटी दिशा से चलने वाले हवा का खुलासा 'नेचर एस्ट्रोनॉमी' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।