सनावदिया गांव में आज मनेगा बहाई धर्म के युगल अवतार बाब और बहाउल्लाह का जन्मोत्सव
बाब और बहाउल्लाह बहाई धर्म के युगल अवतार है जिन्होंने 'विश्व शांति व प्रेम' 'अहिंसा' 'मानवमात्र की एकता' पर आधारित 'नई विश्व व्यवस्था की स्थापना' के उद्देश्य को पूरा करने के लिए विश्व भर के बहाई समुदाय प्रयासरत है।
'युगल अवतारों की अभिव्यक्ति' बहाई आस्था के लिए एक मौलिक अवधारणा है, क्योंकि दिव्यात्मा बाब और बहाउल्लाह की दिव्यता अटूट रूप से जुड़ी हुई है: दिव्यात्मा बाब का मिशन 'एक' ऐसी अभिव्यक्ति का मार्ग प्रशस्त करना था 'जिन्हे ईश्वर प्रकट करेंगे', जो अवतरित बहाउल्लाह के रूप में प्रकट हुए।
इस कारण से, बाब और बहाउल्लाह के दोनों अवतारों को बहाई धर्म में केंद्रीय शख्सियतों के रूप में सम्मानित किया जाता है, जो मिलकर दुनिया के सभी धर्मों के बीच वादा की गई शांति और न्याय प्रस्थापित करेंगे।
भारत के हर प्रांत की तरह मध्य प्रदेश के इंदौर के बहाई समुदाय के साथ सनावदिया गांव की निवासी, वरिष्ठ समाज सेवी, बहाई सेविका डॉ. श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन भी अपने गिरिदर्शन पर, बड़ी श्रद्धा, निष्ठा व उल्लास से बहाई धर्म के युगल अवतार बाब और बहाउल्लाह का जन्मोत्सव अक्टूबर 22, 2025 को शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक मनाएंगी, जिसमें शहर व गांव के गणमान्य नागरिक, युवा व बच्चे शामिल होंगे!
सभी धर्मों के लोगों के लिए शांति और प्रार्थना, पवित्र ग्रंथों का पाठ और बहाई धर्म के दो सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों का सम्मान करते हैं। बहाई लेखों में आध्यात्मिकता, ईश्वर की एकता, मानवजाति की एकता, कानून का पालन करने, समस्त प्राणियों में सद्भावना से जीना और शांतिपूर्ण विश्व व्यवस्था जैसे विषयों पर जोर दिया गया है।