Operation Sindoor में अग्निवीरों ने भी किए थे दुश्मनों के दांत खट्टे
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सैन्य संघर्ष के दौरान भारतीय सैन्य इकाइयों का हिस्सा रहे कई अग्निवीर ने अहम भूमिका निभाई थी और कर्तव्य निर्वहन के दौरान उन्हें महत्वपूर्ण अनुभव मिला। सूत्रों ने बताया कि हालांकि वर्तमान में सैन्य इकाइयों में केवल सीमित संख्या में अग्निवीर हैं और इसलिए वे अपने वरिष्ठों की देखरेख में काम कर रहे हैं।
भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया था।
पाकिस्तान की इन हरकतों का भारत की ओर से कड़ा जवाब दिया गया। भारतीय सेना ने 10 मई को पाकिस्तान के आठ हवाई ठिकानों पर मिसाइल और अन्य लंबी दूरी के हथियारों से हमला किया, जो पाकिस्तान द्वारा कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने के प्रयासों का जवाब था। चार दिन तक चले गहन सैन्य संघर्ष के दौरान, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोन को निष्क्रिय कर दिया और हवाई रक्षा प्रणाली ने हमलों को विफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सूत्रों ने बताया कि कई अग्निवीर तोपखाने और पैदल सेना इकाइयों का भी हिस्सा थे तथा वे वायु रक्षा प्रणालियों को संचालित करने वाले दलों का भी हिस्सा थे। 10 मई की दोपहर को दोनों पक्षों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच वार्ता के बाद सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति के साथ संघर्ष समाप्त हुआ था। भाषा Edited by: Sudhir Sharma