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Last Updated :अबू धाबी/टोकियो , गुरुवार, 22 मई 2025 (16:38 IST)

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों ने जापान और यूएई में दी Operation sindoor के बारे में जानकारी

Operation Sindoor
All party delegations briefed: भारत ने पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद के खिलाफ गुरुवार को अपनी वैश्विक संपर्क कवायद शुरु की और 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) के बाद आत्मरक्षा के अधिकार पर पक्ष रखने के लिए बहुदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल जापान और संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे। जापान गए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय झा कर रहे हैं, जबकि शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात (UAE)  पहुंचा है।
 
दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने मंत्रियों, महत्वपूर्ण लोगों और विभिन्न संगठनों के लोगों से मुलाकात की। यूएई में भारतीय दूतावास ने कहा कि यूएई 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल की अगवानी करने वाला पहला देश है और यह दोनों देशों के बीच दोस्ती के गहरे बंधन को रेखांकित करता है।ALSO READ: बीकानेर में पीएम मोदी बोले, सिंदूर बना बारूद, 22 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह
 
भारत और यूएई के सद्भाव और सहिष्णुता के मूल्यों को रेखांकित किया : यूएई में भारतीय दूतावास ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं। श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने अबू धाबी में शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान के साथ एक लाभदायक बैठक की। हर तरह के आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उसने कहा कि उन्होंने भारत और यूएई के सद्भाव और सहिष्णुता के मूल्यों को रेखांकित किया। दूतावास ने बैठकों की तस्वीरें भी साझा कीं।
 
दूतावास ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मामलों, आंतरिक और विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष डॉ. अली अलनुआइमी से भी मुलाकात की और उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के लिए भारत-यूएई के साझा संकल्प को रेखांकित किया। इससे पहले शिंदे के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने अबू धाबी में यूएई फेडरल नेशनल काउंसिल के सदस्य अहमद मीर खूरी से मुलाकात की और पाकिस्तान की धरती से उत्पन्न राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत के मजबूत संकल्प से उन्हें अवगत कराया।ALSO READ: भारतीयों को सशस्त्र बलों की वीरता पर गर्व, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भावना और मजबूत हुई : मनोज सिन्हा
 
'ऑपरेशन सिंदूर' में भारत की निर्णायक सफलता को साझा किया : शिंदे ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि हमने गर्व के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारत की निर्णायक सफलता को साझा किया और पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले मौजूदा आतंकवादी खतरों को रेखांकित किया। शिंदे के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में मनन कुमार मिश्रा (भाजपा), सस्मित पात्रा (बीजद), ई टी मोहम्मद बशीर (आईयूएमएल), एसएस अहलूवालिया (भाजपा), अतुल गर्ग (भाजपा), बांसुरी स्वराज (भाजपा), पूर्व राजनयिक सुजान आर चिनॉय और यूएई में भारत के राजदूत संजय सुधीर शामिल हैं।
झा के नेतृत्व में जापान गए प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, प्रधान बरुआ और हेमांग जोशी, कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी, माकपा के जॉन ब्रिटास और पूर्व राजदूत मोहन कुमार शामिल हैं।
 
जापान में भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर कहा कि सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से मुलाकात की। हर प्रकार के आतंकवाद से निपटने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ प्रतिबद्धता को पुन: दोहराया गया। विदेश मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में जापान के समर्थन को दोहराया और भारतीय पक्ष द्वारा दिखाए गए संयम की सराहना की। उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वालों सजा दिए जाने का आह्वान किया।ALSO READ: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मोदी के दृढ़ संकल्प, सशस्त्र बलों की अचूक मारक क्षमता का प्रतिबिंब : शाह
 
दूतावास ने एक अन्य पोस्ट में बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री और जापान इंडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष योशीहिदे सुगा से भी मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने तोक्यो में शीर्ष जापानी वैचारिक संगठनों से भी चर्चा की और उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख से अवगत कराया।
 
सदस्यों ने जापान की राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रतिनिधि सभा समिति के अध्यक्ष ताकाशी एंदो से भी मुलाकात की। एंदो ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में जापान की ओर से एकजुटता व्यक्त की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने तोक्यो के इदोगावा में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
 
पाकिस्तान की साजिशों और आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचने के लिए भारत 33 देशों की राजधानियों में 7 बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया।
 
भारत ने पहलगाम हमले के बाद 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ढांचों पर सटीक हमले किए, जिसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान की इन करतूतों का माकूल जवाब दिया। दोनों पक्षों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच वार्ता के बाद 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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