नशा क्या है? कैसे होगा इलाज
ड्रग एडिक्शन या नशे की लत किसी के शरीर को होने वाली ऐसी ज़रूरत है जिस पर नियंत्रण रखना उनके बस के बाहर हो जाता है। नशा करना उनके शरीर और दिमाग की ज़रूरत बन जाता है। ये जानते हुए भी कि यह चीज़ उनके शरीर को भयंकर नुकसान पहुंचा रही है नशा करने वाले इसकी आदत छोड नहीं पाते।
ध्यान देने की ज़रूरत है कि हर केस में नशा करने वाले व्यक्ति में अलग लक्षण नज़र आते हैं। फिर भी कुछ खास लक्षण का ज़िक्र किया जा सकता है। नशे की लत किसी की भी ज़िंदगी तबाह कर देती है। सजग रहें और अपने आसपास के लोगों का ध्यान रखें।
नशे की गिरफ्त में आ चुके लोगों का इलाज
नशे की आदी हो चुके लोगों का इलाज दो तरह से किया जाता है। पहले तरीके में लोग अपने नॉर्मल रुटीन को चालू रखते हुए समय समय पर इलाज कराते रहते हैं। दूसरे तरीके में मरीज़ को अस्पताल या रिहेबिलीटेशन सेंटर में रखना पडता है। जहां दवाईयों के साथ साथ अन्य तरीकों से मरीज़ का इलाज किया जाता है।
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इलाज के तरीके
नशे के आदी हो चुके लोगों को इलाज में डॉक्टरों की दवाईयों के अलावा कुछ नॉन कंवेशनल तरीके भी दिए जाते हैं। चाहे मरीज़ भर्ती हो या अपने घर पर उनके लिए कुछ अलग सेशन रखे जाए हैं।
1. पुराने मरीज़ों से मुलाकात
2. निगरानी में डिटॉक्स करना
3. एक्सपर्ट के साथ अकेले में बातचीत
4. ग्रुप डिस्कशन
5. योगा, बीच पर जाना, ध्यान और एक्ससाइज़ की क्लासेस
6. परिवार के साथ पसंद के काम करने की सलाह
7. नशे के लत पलटकर न आए इसका इंतज़ाम करना