हेल्थ टिप्स : पिरामिड कैप से मेमोरी बढ़ाएं
ग्रीक भाषा में पायर शब्द का अर्थ है 'अग्नि'। पिरामिड का अर्थ है, जिसके मध्य भाग में अग्नि है वह वस्तु। अग्नि एक प्रकार की ऊर्जा है। अतः 'पिरामिड' का सही अर्थ हुआ 'जिसके मध्य में अग्निमय ऊर्जा बहती रहती है ऐसा साधन।' यह अग्नि उग्र नहीं होती ऐसी अग्नि ऊर्जा व शांति प्रदान कर सकती है, विकारों को रोक सकती है तथा विकारों से सुरक्षित भी रख सकती है। लेखक मेनली पामर हॉल ने पुस्तक 'द सीक्रेट टीचिंग ऑफ ऑल एजीज' में कहा है- 'ये भव्य पिरामिड विश्व के शाश्वत् ज्ञान का जीवंत संयोजन हैं। इसके कोने शांति, गहनता, बुद्धिमत्ता तथा सच्चाई के प्रतीक हैं। इनके तिकोनिया भाग त्रिस्तरीय आत्मिक शक्ति के प्रतीक हैं। पिरामिड का दक्षिणी हिस्सा ठंडक का, उत्तरी हिस्सा गर्मी का, पश्चिमी हिस्सा अंधकार का और पूर्व का हिस्सा प्रकाश का प्रतीक है।'पिरामिड कैप से मेमोरी बढ़ाएं 1.
प्रत्येक विद्यार्थी को अपना अलग-अलग पिरामिड (मस्तक पर रखने के लिए) रखना चाहिए।2.
अपने पिरामिड का उपयोग दूसरे व्यक्ति को करने से रोकिए।3.
पढ़ाई हेतु प्रतिदिन एक ही जगह पर बैठना चाहिए। प्रतिदिन पढ़ाई स्थल बदलना सही नहीं है। चित्त की एकाग्रता खंडित, क्षीण होती है।4.
अपना मुख उत्तर दिशा की ओर रखिए तथा मस्तक पर धारण किए हुए पिरामिड की एक बाजू भी उत्तर दिशा की ओर ही रखिए।5.
पढ़ाई के लिए प्रतिदिन एक निश्चित समय निर्धारित कीजिए। एक दिन सुबह तथा अन्य दिन शाम को इस प्रकार परिवर्तन नहीं करना चाहिए।6.
पिरामिड को रेडियो, टीवी तथा भारी विद्युत वाहक तारों से 10 फीट की दूरी पर रखें, क्योंकि ये वस्तुएं पिरामिड शक्ति की उत्पत्ति में अवरोधक हैं। फलतः अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हो पाता है।* पिरामिड कैप के प्रयोग से लाभ 1.
इसके प्रयोग से एकाग्रता में वृद्धि होती है एवं इसका उपयोग मानसिक, शारीरिक शांति प्रदान करता है।2.
सामान्यतः अध्ययन करते समय घंटे-डेढ़ घंटे बाद शरीर के जोड़ों में दर्द का अनुभव होता है, किन्तु पिरामिड का प्रयोग करते समय दर्द का कोई अनुभव नहीं होता एवं शरीर तथा मन हल्के प्रतीत होते हैं।3.
पिरामिड कैप के साथ में पिरामिड पॉवरमेट अथवा पिरामिड यंत्र के ऊपर बैठने से अधिक पिरामिड शक्ति प्राप्त होगी एवं आठ-दस दिन के उपयोग के बाद आपको विश्वास हो जाएगा कि साधारण प्रकार के आसन पर बैठकर किए जाने वाले अध्ययन/ध्यान की तुलना में पिरामिडयुक्त आसन पर बैठकर किया गया अध्ययन गहरा व घनिष्ठ होता है।4.
इसके मानसिक विकास, तर्क शक्ति में वृद्धि, शरीर हल्का एवं अधिक स्फूर्तिमय बनता है।5.
सिर दर्द, शरीर में पीड़ा हो, सुस्तता आ जाए तब 45 मिनट पिरामिड का प्रयोग करने पर पीड़ा का शमन होता है एवं ताजगी का अनुभव होता है।6.
मंद बुद्धि वाले व मानसिक रूप से पिछड़े व अर्द्धविक्षिप्त व्यक्तियों को बड़े पिरामिड में रखें तो बीमारी में शीघ्र सुधार होता है। 1.
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