लखनऊ। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान तो लामबंद थे, वही अब राजनीतिक दलों ने किसानों के आंदोलन का खुला समर्थन शुरू कर दिया है। कल पूर्व मुख्यमंत्री व सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए कहा था कि कदम-कदम बढ़ाए जा, 'दंभ का सर झुकाए जा, ये जंग है जमीन की, अपनी जान भी लगाए जा'। वहीं, उन्होंने सोमवार को उत्तर प्रदेश में किसानों के समर्थन में सुबह 11 बजे किसान यात्रा निकालने का ऐलान किया था।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऐलान के बाद प्रदेश की सरकार सक्रिय हो गई सपा किसान यात्रा पर रोक लगाने के लिए प्रदेश भर के जिलों में नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। लखनऊ में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को उनके घर विक्रमादित्य मार्ग पर नजरबंद किया गया है। पूरे उत्तर प्रदेश में सपा नेताओं के घरों के बाहर पुलिस तैनात कर घर में कैद कर दिया गया है।
यूपी सरकार सपा किसान पदयात्रा को कोरोना संक्रमण का हवाला देकर रोक रही है, नेताओं को उनके आवास से बाहर नहीं निकलने दे रही है। आज अखिलेश यादव के आवास के साथ ही विक्रमादित्य मार्ग पर सपा कार्यालय को भी बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है।
कन्नौज में सपा के प्रदर्शन को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए प्रदर्शन स्थल पर जाने वाले सभी मार्गों को सील कर दिया और जगह-जगह भारी फोर्स की तैनाती कर दी है।
कन्नौज में ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ साइकिल पर सवार होकर सपा नेता रात ने सुबह होने वाली किसान पदयात्रा की तैयारी की गई थी। तैयारी देखकर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए, जिसके चलते पुलिस ने सपा के तेज-तर्रार नेताओं को पकड़ने के लिए देर रात से धरपकड़ शुरू कर दी है। तो वही बड़े नेताओं को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया।
सपा कार्यकर्ताओं ने अपने प्यारे नेता के आह्वान के बाद पदयात्रा निकालने की तैयारी कर ली। पश्चिम उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में सपा कार्यकर्ताओं को पद यात्रा निकालने से पुलिस-प्रशासन ने रोका दिया बागपत में सपा किसान पदयात्रा जिलाध्यक्ष के आवास से यूपी-हरियाणा चेक पोस्ट निवाड़ा तक जानी थी। पदयात्रा शुरू होने से पहले ही बड़ी तादाद में पुलिस बल जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान के घर पहुंच गया। बागपत जिलाध्यक्ष बिल्लू प्रधान ने कहा कि बोले बीजेपी की ये तानाशाही चलने वाली नही है, हम अपना हक लेकर रहेंगे।
सपा सुप्रीमो का आदेश मिलते मेरठ में सपा कार्यकर्ताओं ने किसान पदयात्रा की तैयारी रात्रि में ही शुरू कर दी थी। जिला प्रशासन को जैसे ही भनक लगी, तो उसने मेरठ शहर सपा विधायक रफीक अंसारी को उनके ही घर में कैद कर दिया। वहीं, अखिलेश के करीबी और जोशिले नेता अतुल प्रधान को भी उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है।
रफीक अंसारी का कहना है कि हम सोशल डिस्टेंस के साथ पदयात्रा निकालते, लेकिन सरकार ने हमारे यात्रा को कुचलने के लिए नेताओं को नजरबंद कर दिया है। भाजपा की तानाशाही से सपा डरने वाली नही है। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा का सूपड़ा साफ कर देगी। वहीं सपा नेता का कहना है कि हम डरने वालों में नही है। पदयात्रा के लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं है।
उत्तर-प्रदेश के मुजफ्फरनगर, हापुड़, बुलंदशहर, सहारनपुर और मुरादाबाद समेत सभी जिलों में सुबह से ही सपा किसान पदयात्रा रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। अभी दिन की शुरुआत है, देखना होगा की ये यात्रा सपा निकाल पाती है, या उनको रोकने के लिए पुलिस का चाबुक चलेगा।