उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिया 10 हजार पीपीई किट का आर्डर
लखनऊ। राज्य के 28 पुलिसकर्मियों के कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने 10000 पीपीई किट का आर्डर देते हुए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से गुजरे 55 साल से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को फ्रंटलाइन ड्यूटी से अलग रखने की हिदायत दी है।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने गुरुवार को बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में अब तक 28 पुलिसकर्मी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। हमने पहले ही 10,000 पीपीई किट का आर्डर दिया है, लेकिन किल्लत की वजह से अब तक सिर्फ तीन से चार हजार किट ही उपलब्ध हो पाई हैं।
उन्होंने बताया कि छह हजार से ज्यादा किट जिला स्तर पर खरीदी जा रही हैं। सभी जिला पुलिस प्रमुखों से कहा गया है कि वे जरूरत पड़ने पर स्थानीय स्तर पर ही सुरक्षा किट खरीदें।
अवस्थी ने कहा कि हम पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त एहतियात बरत रहे हैं। खासकर हॉटस्पॉट इलाकों में ड्यूटी निभा रहे सभी अग्रिम पंक्ति के पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वह पीपीई किट, मास्क, दस्ताने और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करके संपूर्ण सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें।
इस सवाल पर कि कितने पुलिसकर्मियों को पृथक वास में भेजा गया है, पुलिस महानिदेशक ने कहा कि यह संख्या लगातार बदल रही है लेकिन हम अपने पुलिसबल को कोरोना संक्रमण से बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में पुलिस कोरोना हेल्पलाइन बनाई गई है ताकि पुलिसकर्मियों को जरूरी मार्गदर्शन और काउंसलिंग मिल सके।
उन्होंने बताया कि अगर किसी पुलिसकर्मी को कोई दिक्कत हो या फिर वह अपने परिवार की सेहत के प्रति चिंतित हो तो वह इस हेल्पलाइन पर किसी भी वक्त संपर्क कर सकता है। हॉटस्पॉट इलाकों में पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाओं के बारे में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अवस्थी ने बताया कि पूर्व में बीमारी से गुजर चुके पुलिसकर्मियों को अग्रिम मोर्चे पर तैनात न करने के निर्देश दिए गए हैं। खासतौर पर वे पुलिसकर्मी जो सांस की बीमारी, फेफड़ों और हृदय रोगों तथा मधुमेह से पीड़ित हैं।उन्होंने बताया, अधिकारियों से कहा गया है कि वह 55 वर्ष से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों की सूची बनाएं और अग्रिम पंक्ति में ड्यूटी लगाने से पहले उनके स्वास्थ्य संबंधी विवरण को जांचें।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि वे इन आदेशों का कड़ाई से पालन करें, ताकि साथी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से बचाया जा सके।(भाषा)