1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. कोरोना वायरस
  4. sop issued for entry of tourists in mussoorie and kempty falls
Written By निष्ठा पांडे
पुनः संशोधित: शनिवार, 10 जुलाई 2021 (19:28 IST)

मसूरी और केंपटी फॉल में पर्यटकों के प्रवेश के लिए जारी नई SOP

देहरादून। वीकेंड में मसूरी और केंपटी फॉल में पर्यटकों की भारी भीड़ का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा मसूरी और केंपटी फॉल में पर्यटकों के प्रवेश के लिए एसओपी (SOP) जारी की गई है।

इसके बाद मसूरी और केंपटी फॉल में पर्यटकों के प्रवेश के लिए दून स्मार्ट सिटी में रजिस्ट्रेशन, होटल में रजिस्ट्रेशन और नो कोविड सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसको लेकर मसूरी के प्रवेश द्वार कुठाल गेट पर पुलिस द्वारा सभी मसूरी आने वाले पर्यटकों को एसओपी का पालन कर मसूरी में आने की अनुमति दी जा रही है।
ऐसे में कुठालगेट चैक पोस्ट पर एकाएक पर्यटकों और वाहनों की भारी भीड़ जमा हो गई है। जिसको व्यवस्थित करने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस के लिए पर्यटकों की भारी भीड़ को व्यवस्थित करने की एक बहुत बड़ी चुनौती सामने देखी जा रही है।

पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात की गया है। परंतु एक बार फिर सवाल उठता है कि एक ही जगह इतने लोगों को रोकना कितना उचित होगा। क्या उससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा नहीं होगा।  ऐसे में पुलिस और प्रशासन द्वारा एकाएक लिए जा रहे फैसलों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
 
लोगों का कहना है कि अगर उत्तराखंड के में आने वाले अन्य राज्यों के लोगों के उत्तराखंड बॉर्डर पर रोककर चैक करने के बाद  ही उत्तराखंड में प्रवेश देना चाहिए। जिला प्रशासन द्वारा जारी एसओपी का पालन न करने वालों को वापस लौटने को मजबूर किया जा रहा है।

मसूरी के उपजिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि मसूरी आने वाले पर्यटकों का नई गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। शहर के होटलों की चेकिंग करते हुए हाईकोर्ट के आदेश को सख्ती से लागू कराया जा रहा है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही सुरक्षा  भी हो सके इसके लिए व्यापक प्लान बनाकर कार्य किया जा रहा है। पुलिस, नगर पालिका व प्रशासन के कोरोना गाइडलाइन का प्रचार प्रसार का असर यह दिखा है कि पर्यटक मास्क लगाकर घूम रहे हैं और नियमों का पालन कर रहे हैं। वहीं, जो लोग जिला प्रशासन द्वारा जारी एसओपी का पालन नहीं कर रहे हैं उनको वापस लौटाया जा रहा है। इसको लेकर पर्यटक को में भी खासी नाराजगी देखी जा रही है।
 
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उत्तराखंड में आने की छूट दी गई है। ऐसे में प्रशासन और पुलिस द्वारा उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोटिस के साथ रजिस्ट्रेशन से लोग काफी परेशान है। नैनीताल कि भी कमोबेश स्थिति ऐसी ही है।

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और नैनीताल जाने वाले पर्यटकों को देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा न करने वालों को वापस लौटाया जाएगा। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में कोविड गाइडलाइन में दी गई ढील के बाद पर्यटकों का तेजी से यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू है तो नैनीताल की तरफ भी पर्यटकों का तांता लगा हुआ है।