जर्नल ‘सेल’ में प्रकाशित अध्ययन में पुष्टि की गई है कि संक्रमण के गंभीर स्तर को नियंत्रित करने और कोविड-19 से होने वाली मृत्यु दर को घटाने के लिए प्रतिरोधी क्षमता जरूरी है।
अमेरिका में ‘ला जोला इंस्टीट्यूट फॉर इम्युनोलॉजी’ के अग्रणी शोध लेखक शेन क्रोटे ने कहा कि हमारे अध्ययन में यह भी बताया गया है कि कोविड-19 के बुजुर्ग मरीजों को संक्रमण से क्यों ज्यादा खतरा है।
क्रोटे ने कहा कि उम्र बढ़ने पर खास वायरस के खिलाफ टी-सेल का भंडार घटने लगता है और शरीर की प्रतिरोधी क्षमता से तालमेल नहीं बन पाता। बुजुर्ग लोगों के लिए कोविड-19 का संक्रमण घातक होने के पीछे यह भी एक महत्वपूर्ण वजह है।