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Last Updated : रविवार, 25 अप्रैल 2021 (23:06 IST)

कोरोना पर CM शिवराज की समीक्षा बैठक, प्रभारी मंत्रियों को दिए निर्देश

कोरोना पर CM शिवराज की समीक्षा बैठक, प्रभारी मंत्रियों को दिए निर्देश - Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Coronavirus review meeting
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रदेश में कोरोनावायरस से बने हालातों पर समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए। कोरोना के खिलाफ जारी में जंग में मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों को निर्देश भी दिए।
 
- कंटेंटमेंट एरिया अगर किसी गांव में है तो उस गांव को कंटेंट करना। मोहल्ले को कंटेंट करना,  शहर की कॉलोनी को कंटेंट करना। यह काम आपकी देखरेख में आपकी गाइडेंस में होना चाहिए।
 
- संक्रमण की बढ़ती दर रोकेंगे और अगर हमने संक्रमण की बढ़ती दर रोक ली तो जो संक्रमित हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित कर पाएंगे, उनकी दवाई की व्यवस्था अस्पताल में एडमिशन ऑक्सीजन बाकी सभी व्यवस्थाएं हो जाएगी। कई दिनों में आपने देखा चेन बन गई अगर 50-60 आ रहे हैं तो 50-60 ठीक होकर भी जा रहे हैं।
 
- जो डिस्चार्ज होते हैं उनसे अस्पतालों में जगह बनती जाती है इसलिए कंटेंटमेंट एरिया और दवाई, होम आइसोलेशन की, कोविड केयर सेंटर की ठीक व्यवस्था यह आपको व्यक्तिगत रूप से देखना है।
 
- मेरा अधिकांश समय ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में लगता है। एक काम जो विशेषकर खंडवा जैसे जिलों ने ऑक्सीजन ऑडिट का किया है, इसमें अगर हम एक चीज कर लें ऑक्सीजन ऑडिट का मंत्री व प्रभावी अधिकारी ध्यान दें। उसमें जो ऑक्सीजन की फिजूल खर्ची होती है वह बच जाती है।
 
-  अगर व्यक्ति आईसीयू में ठीक हो जाता है तो ऑक्सीजन पर पर उसे ले आएं। अगर कोई मरीज ऑक्सीजन बेड पर है और ऐसी स्थिति हो गई कि उसे हाई फ्लो कि नहीं लो फ्लो चाहिए तो उसे और थोड़ा नीचे ले आए। उसके बाद कई मरीज ऐसे हैं जिन्हे ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है तो उन्हें ऑक्सीजन से हटाकर सामान्य बिस्तर पर ले आए इसे स्टेप डाउन कहते हैं। इसमें भी कई बार ऑक्सीजन की अनावश्यक खपत कम होती है जितनी जरूरत है उतनी मिलती रहेगी।
 
- शादी में 10 की अनुमति दें और कोई नहीं मानता तो संक्रमण रोकने और उन्हीं की जिंदगी बचाने के लिए उनके स्वास्थ्य के लिए सख्ती भी करें।
 
- उषा कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता,एएनएम,पटवारी, पंचायत सचिव, चौकीदार रोजगार सहायक।इनकी टीम घर-घर सर्वे करके खांसी, सर्दी-जुकाम के प्रकरण सामने आते हैं तो तत्काल उन्हें दवाई देने का इंतजाम करें।
 
- सभी पंचायतों में पंचायत भवन हो। चाहे स्कूल हो अभी यह सब बंद हैं। इनको आप क्वारंटाइन सेंटर बना दो, गांव में यदि कोई पॉजिटिव निकल गया तो उसे पंचायत भवन और स्कूल में रख दो। घर में रहेगा तो वह सबको संक्रमित करेगा। बड़ा घर है तो कोई परेशानी नहीं है। गांव-गांव में पंचायत ग्रामीण विकास विभाग ने क्वारंटाइन सेंटर बनाने की बात कही है। क्वारंटाइन सेंटर और वहां यह सुनिश्चित करो कि उन्हें भोजन, चाय, नाश्ता मिले।
 
जारी है कोरोना के खिलाफ युद्ध : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से कहा है कि कोरोना के खिलाफ हमारा युद्ध जारी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर स्थिर हुई है। नागरिक कोरोना की रोकथाम में अपना सहयोग और संयम बनाए रखें।
 
मुख्यमंत्री चौहान ने आज यहा अपने निवास से प्रदेशवासियों के नाम जारी संदेश में कहा कि यह राहत की बात है कि प्रदेश में अब पॉजिटिविटी रेट कम होता जा रहा है। 22 अप्रैल को यह 24.29 प्रतिशत था जो 25 अप्रैल को 23.01 हो गया। संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या अब स्थिर है। यह 13 हजार के आसपास बनी हुई है जबकि स्वस्थ होकर घर जाने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 19 अप्रैल को यह संख्या 6,836 थी, जो 25 अप्रैल को बढ़कर 11 हजार 324 हो गई।
 
उन्होंने कहा कि अभी लंबी लड़ाई बाकी है। सभी के सहयोग से ही पॉजिटिविटी रेट में कमी और रिकवरी रेट में वृद्धि संभव है। कोरोना से लड़ाई घर पर रहकर ही जीती जा सकती है। हमें धैर्य और संयम से हमें इस लड़ाई को लड़ते रहना है। गाँव या शहर के किसी मुहल्ले में कुछ घरों में संक्रमण है, तो उस क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण को वहीं समाप्त करना होगा। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अब माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाने की नीति भी इस लड़ाई में सम्मिलित की जा रही है।
 
उन्होंने कहा कि पॉजिटिव हुए मरीजों के साथ परिजन अस्पताल आते हैं। इससे परिजनों के संक्रमित होने का खतरा बढ़ता है। कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद वार्ड में बिल्कुल नहीं जायें और अपने आप को संक्रमित होने से बचा कर रखें। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति लगातार बनी रहे और उसमें वृद्धि हो इसके लिए हरसंभव प्रयास जारी है। वायुसेना के विमानों से खाली टैंकरों को गंतव्य तक भेजा जा रहा है, ताकि समय बचे और टैंकर भरकर जल्द से जल्द सड़क मार्ग से पहुँचे। अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का हरसंभव प्रयास जारी है। हम सब मिलकर लड़ेंगे और इस लड़ाई को जीतेंगे।
 
उन्होंने कहा कि इन कठिन समय में जीवनयापन के लिये भी आवश्यक व्यवस्थाएँ की जा रही है। सरकार ने तीन महीने का राशन नि:शुल्क देने का फैसला किया है। शहरी और ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स के खाते में भी एक-एक हजार रूपए डालने का निर्णय लिया गया है। किसानों के खाते में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना निधि की एक किस्त भी शीघ्र ही डाली जाएगी। जनता को राहत देने के हरसंभव उपाय लगातार जारी रहेंगे।
 
मुख्यमंत्री कहा कि डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई के सेनापति हैं। अपनी जान हथेली पर रखकर ये लड़ाई लड़ रहे हैं। इनका मनोबल और हौसला बढ़ाएं, उनके साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं करें। हमें मिलकर इस लड़ाई को लड़ना है। जो रणनीति हमने बनाई है, यदि हम उसका अनुसरण करते हैं तो कोरोना हारेगा और हम जीतेंगे। (इनपुट वार्ता)
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