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Written By हिमा अग्रवाल
Last Modified: शनिवार, 10 अप्रैल 2021 (17:43 IST)

कोरोना का कहर, काशी विश्वनाथ और बांकेबिहारी मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध

कोरोना का कहर, काशी विश्वनाथ और बांकेबिहारी मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध - kashi vishwanath mandir in uttar pradesh devotees not allowed in garbhgrih till further notice due to coronavirus
वाराणसी में कोविड 19 की दूसरी लहर के चलते श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला लिया है। मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसी के साथ मंदिर के किसी भी हिस्से को दर्शनार्थियों के छूने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

मन्दिर के सभी गेट पर एक विशेष पात्र रखा गया है, जिसमे सिर्फ भक्तगण अपने आराध्य को बाहर से जल अर्पित करेंगे। काशीनगरी में नाइट कर्फ्यू के कारण शयन आरती से भक्तों को दूर रखा गया है, वहीं मंदिर की मंगला आरती के समय की होने वाली टिकट बुकिंग को भी अगले आदेश तक रोक दिया गया है। शयन और मंगला आरती में सिर्फ मंदिर प्रशासन और पुजारी को रहने की अनुमति दी गई है। 
मंदिर प्रशासन ने भले ही भक्तों को मंदिर में भगवान शिव के चरणों की अनुमति कोरोना के चलते नहीं दी है, लेकिन भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के दर्शन पर आए भक्तगण जो अपने साथ दूध और जल लाए हैं, वे मंदिर के बाहर को लगे पाइप के सहारे भोले को अर्पित करेंगे। यानी शिवभक्त अब सिर्फ झांकी दर्शन ही कर पाएंगे। मंदिर प्रशासन ने यह कदम कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लिया है।
 
गौरतलब है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी मंदिर में इसी प्रकार की व्यवस्था की जा चुकी है, लेकिन कोरोना 19 के कमजोर होन पर श्रद्धालुओं के गर्भगृह में प्रवेश को खोल दिया गया था। एक बार फिर कोरोना की नई लहर के चलते पुराने प्रतिबंध वाली व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में कोई भी बिना मास्क के प्रवेश नहीं कर सकता है, वहीं और मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है, सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी की गई है।
मथुरा में भी कोरोना को लेकर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने गाइडलाइन जारी कर दी है। मंदिर प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर बांके बिहारी के दर्शन के लिए भीड़ के आने पर रोक लगा दी है। लोगों से अपील की गई है कि मंदिर में अधिक संख्या में श्रृद्धालु नही आएं और बच्चों व बुजुर्गों को साथ न लाएं। मंदिर में बिहारीजी के दर्शन से पहले सैनिटाइजर से हाथ साफ करें और मुख पर मास्क अनिवार्य रूप से लगा होना चाहिए।
 
बांके बिहारीजी के एक बार में में 10 से 15 श्रद्धालु से दर्शन कर सकेंगे। यह नई व्यवस्था मंदिर में लागू हो गई। ठा. बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक उमेश सारस्वत ने बताया कि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने कोविड-19 की सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन करने का निर्णय लिया है।

इसके लिए हर मंदिर के हर प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजेशन टनल और गार्डों की तैनाती की गई है। बिना हाथ सैनिटाइज किए श्रद्धालु मंदिर में नहीं जा सकेंगे। यदि भक्तों ने मास्क नही लगाया है तो उन्हें मंदिर में प्रवेश नही मिलेगा। मंदिर के अंदर भक्तों को ज्यादा देर रुकने की अनुमति नही है।
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