bhupesh baghel News in hindi : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के महासचिव भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमार कार्रवाई की। मीडिया खबरों के मुताबिक छत्तीसगढ़ की कुल 14 लोकेशन पर की गई। मीडिया खबरों के मुताबिक पिछले 7 घंटों से भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल से पूछताछ हो रही है। कार्रवाई आर्थिक अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों को लेकर है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली जा रही है। ईडी के छापों के बाद राज्य की सियासत गर्माई हुई है।
वाहनों पर पथराव
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने केंद्रीय एजेंसी के कर्मियों के वाहनों पर कथित तौर पर पथराव किया और कार्रवाई के बाद परिसर से बाहर निकलते समय उन्हें बाधित करने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बघेल के निवास में छापेमारी की खबर मिलते ही कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बघेल के आवास के बाहर एकत्र हो गए तथा विरोध प्रदर्शन किया। सूत्रों ने बताया कि जब ईडी के अधिकारी सुरक्षाकर्मियों के साथ दो कारों में वहां से निकल रहे थे, तब भीड़ ने वाहनों को घेर लिया और बोनट पर चढ़ गए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने वाहनों पर पथराव भी किया, जिसके कारण पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हाथापाई हुई।
क्या बोले अधिकारी
दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने कहा, ''हमें ईडी अधिकारियों से मौखिक शिकायत मिली है कि प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहनों को रोकने की कोशिश की और पत्थर फेंके, जिससे एक वाहन की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।'' उन्होंने कहा कि घटना को लेकर मामला दर्ज किया जाएगा और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कहां ली गई तलाशी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने कथित शराब घोटाले मामले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच के तहत सोमवार सुबह भिलाई शहर के पदुम नगर में बघेल के परिसरों पर छापेमारी की।
सूत्रों ने बताया कि चैतन्य के कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कुछ अन्य के परिसरों की भी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत तलाशी ली गई। चैतन्य बघेल अपने पिता के साथ भिलाई में रहते हैं और इसलिए परिसर की तलाशी ली गई। उन्होंने बताया कि उन (चैतन्य बघेल) पर शराब घोटाले से हुई आय का "प्राप्तकर्ता" होने का संदेह है।
बघेल ने एक्स पर निकाला गुस्सा
ईडी की कार्रवाई शुरू होने के बाद कांग्रेस नेता भूपेश बघेल का बयान सामने आया। उनके एक्स अकाउंट से एक ट्वीट आया, 'सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो आज ED के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है। अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।
शराब और महादेव सट्टा ऐप में नाम
भूपेश बघेल जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे तब उन पर शराब घोटाले में उनका नाम होने का आरोप लगा था। यह 2161 करोड़ रुपए का बहुत बड़ा घोटाला था। ईडी भी इस मामले की जांच कर रही है। शराब घोटाला में कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एक मंत्री भी गिरफ्तार हुआ है।
बताया जा रहा है कि ईडी के आज के छापे के तार शराब घोटाले से भी जुड़े हुए हैं। भूपेश बघेल पर मुख्यमंत्री रहने के दौरान महादेव सट्टा ऐप और कोल लेवी स्कैम में धांधली के आरोप भी लग चुके हैं। कोल लेवी स्कैम करीब 570 करोड़ रुपए का था।
क्या-क्या मिला ईडी को
भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य का रियल स्टेट का कारोबार है। उन्हें खेती करना पसंद है। चैतन्य की तीन साल पहले ही शादी हुई है। मीडिया खबरों के मुताबिक ईडी की टीम ने कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। सिम कार्ड समेत 6 मोबाइल फोन बरामद किया गया है। एजेंसी बातचीत की डिटेल भी खंगाल रही है। मीडिया में यह भी खबरें हैं कि बड़ी मात्रा में कैश भी मिला है। इसके बाद बैंक के अधिकारी नोट गिनने की मशीन लेकर भी पूर्व सीएम के आवास पर पहुंचे हैं।
33 लाख रुपए नकद मिले
बाद में भूपेश बघेल ने संवाददाताओं को बताया कि ईडी के अधिकारी अपने साथ लगभग 33 लाख रुपये नकद ले गए, लेकिन कोई सोना या आभूषण जब्त नहीं किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ईडी अधिकारियों से मामले की ईसीआईआर (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट, जो पुलिस प्राथमिकी के समकक्ष ईडी प्राथमिकी है) के क्रमांक के बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने कहा कि कोई ईसीआईआर क्रमांक नहीं है।
भूपेश बघेल ने कहा, कि तो फिर जांच किस बारे में है? इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि विधानसभा में सवाल पूछना अब अपराध है। कवासी लखमा (कांग्रेस विधायक) ने सवाल पूछे और उन्हें (पहले ईडी ने) गिरफ्तार कर लिया...।
कांग्रेस ने बताया भाजपा की बैचेनी
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के महासचिव भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हताशा को दिखाता है। बैज ने सोमवार को यहां कहा कि भाजपा, कांग्रेस और भूपेश बघेल से डरी हुई है। बौखलाहट में भाजपा ने ईडी को भेजा है। बैज ने कहा कि भाजपा की राजनीति अब जांच एजेंसियों के सहारे चल रही है। सात साल पुराने झूठे केस को अदालत ने खारिज कर दिया, अब दुर्भावनापूर्वक ईडी को मोहरा बना कर भेजा गया है।
पंजाब का प्रभारी बनाने से डरी
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों बघेल को पंजाब का प्रभारी बनाए जाने के बाद पंजाब में जिस प्रकार से कांग्रेस के पक्ष में राजनीतिक वातावरण बना है उससे भाजपा डरी हुई है। पिछले सप्ताह ही भाजपा और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का एक षड्यंत्र अदालत में धाराशाई हुआ है, श्री बघेल के खिलाफ मुकदमा नहीं चलाने का फैसला आया इन सब घटनाक्रम से भाजपा बौखला गई है। विफलता से ध्यान हटाने की कोशिश
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की आर्थिक विफलता अमेरिका मामले में उसकी कूटनीतिक विफलता से पूरे देश में मोदी सरकार की जगहसाई हो रही है, अपनी राजनैतिक विफलता से तथा देश के मूल मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के घर ईडी को भेजा है
बैज ने कहा कि ईडी की टीम बघेल के निवास पर पहुंचना जांच नहीं है बल्कि राजनीतिक प्रतिशोध है, जो साफ दिख रहा है। अगर भाजपा यह सोच रही है कि कांग्रेस को डराया या रोका जा सकता है, तो यह उसकी सबसे बड़ी भूल है। कांग्रेस न झुकी है, न झुकेगी अब हर षड्यंत्र का जवाब और भी दमदार होगा।
Edited by : Sudhir Sharma