मंगलवार, 23 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. मनोरंजन
  2. बॉलीवुड
  3. मिर्च-मसाला
  4. Nitesh Tiwari recreates his IIT college phase in the film chhichhore
Written By

फिल्म छिछोरे में नितेश तिवारी ने अपने आईआईटी कॉलेज दौर को किया रिक्रिएट

फिल्म छिछोरे में नितेश तिवारी ने अपने आईआईटी कॉलेज दौर को किया रिक्रिएट - Nitesh Tiwari recreates his IIT college phase in the film chhichhore
दंगल के प्रसिद्ध निर्देशक अपनी आगामी फिल्म 'छिछोरे' के लिए इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए है और एक बार फिर दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए तैयार है। छिछोरे के मजेदार ट्रेलर ने दर्शकों को फिल्म के प्रति प्रत्याशित कर दिया है लेकिन क्या आप जानते है कि फिल्म के कई सीन नितेश तिवारी की निजी कॉलेज लाइफ से प्रेरित है।


निर्देशक नितेश तिवारी ने मुंबई के आईआईटी कॉलेज से अपनी पढ़ाई की है और वहां अपनी ज़िंदगी के कुछ हसीन पल बिताए है। कॉलेज लाइफ और दोस्ती पर आधारित फिल्म छिछोरे में कई सीन नितेश के कॉलेज के दिनों से प्रेरित है और ये ही वजह है कि फिल्म के अधिकतम कॉलेज सीन की शूटिंग आईआईटी मुंबई में की गई है।
 
नितेश तिवारी ने कहा, मैंने अपने आईआईटी के दिनों में चार साल कॉलेज हॉस्टल में गुजारे है। कॉलेज हॉस्टल में लोगो को अजीब नामो से बुलाना जैसे एक परंपरा थी। नितेश ने फिल्म के बारे में और जानकारी देते हुए कहा की फिल्म के पोस्टर में जो नाम है वह उनके कॉलेज हॉस्टल से ही मिले है जिसे हमने पात्रों के अनुरूप बनाया है। उद्धरण की तौर पर एसिड एक ग़ुस्सेल व्यक्ति का नाम होगा तो मम्मी एक ऐसे व्यक्ति का नाम होगा जिसे हमेशा अपने घर और मां की याद आती है।
 
निेतेश ने कहा, मजेदार बात यह है की हॉस्टल में आपके रूममेट आपको इसी अजीब नाम से बुलाएंगे और आज भी में उन्हें उसी नाम से सम्भोदित करता हुं। मेरे आज अभी आईआईटी बॉम्बे से कई दोस्त है जिनके नाम गप्पा, गुची, पयुक, बी- जीरो, दर्द कुमार, स्किनी, भिंडी, दंडा है।

नितेश तिवारी अपनी फिल्म में एक वास्तविक टच देना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने फिल्म की शूटिंग के लिए आईआईटी मुंबई का चयन किया है।
 
हाल ही में रिलीज हुए फिल्म के ट्रेलर की बात करें तो इसमें दोस्ती के रिश्ते में नजर आने वाले सभी तरह के इमोशन  प्यार, गुस्सा, ह्यूमर, दुःख है। छिछोरे के निर्माताओं ने दोस्ती के इस रिश्ते को पूर्णता और मजाकिया ढंग से निभाने में एक सराहनीय काम किया है। यहां तक कि फिल्म के मज़ेदार डायलॉग को भी दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें
बाटला हाउस : फिल्म समीक्षा