1. सूर्य नमस्कार:
2. प्राणायाम:
प्राणायाम योग में सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास किया जाता है। ये तकनीकें शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती हैं, जिससे मन शांत होता है और तनाव कम होता है। प्राणायाम से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
3. भुजंगासन:
भुजंगासन एक ऐसा आसन है जो रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। ये आसन तनाव और चिंता को भी कम करने में मदद करता है।
क्या ये योगासन आपको बीमार होने से बचा सकते हैं?
ये योगासन आपको बीमार होने से पूरी तरह से नहीं बचा सकते हैं। लेकिन, नियमित रूप से इन योगासनों का अभ्यास करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सकती है, जिससे आप बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो सकते हैं।
कैसे करें इन योगासनों का अभ्यास?
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किसी योग प्रशिक्षक से इन योगासनों को सीखें।
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धीरे-धीरे शुरुआत करें और धीरे-धीरे अपनी क्षमता बढ़ाएं।
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योग करते समय ध्यान रखें कि आपका शरीर आरामदायक हो।
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अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो योग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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याद रखें, योग एक जीवनशैली है, एक दवा नहीं।
इन योगासनों को करने के फायदे क्या हैं?
1. लचीलापन: सूर्य नमस्कार में विभिन्न आसनों के माध्यम से शरीर को खींचा जाता है, जिससे लचीलापन बढ़ता है।
2. श्वसन क्रिया: प्राणायाम श्वसन क्रिया को बेहतर बनाता है और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
3. पीठ दर्द: भुजंगासन पीठ दर्द से राहत दिलाता है और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।
4. संतुलन: सूर्य नमस्कार में कई आसन संतुलन पर आधारित होते हैं, जिससे संतुलन क्षमता में सुधार होता है।
इन योगासनों के अलावा, स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद लेना भी आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
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