क्या है वायरल-
सोशल मीडिया पर वीडियो को पोस्ट करते हुए एक यूजर ने लिखा- जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपनी फॉक्सवैगन ने इन शांति दूतों का जमकर मजाक उड़ाया है, शांतिदूत आतंकी फॉक्सवैगन की कार में बम लेकर ब्लास्ट करना चाहता है लेकिन कार इतना मजबूत है कि ब्लास्ट नहीं होता। अगर ऐसा ऐड किसी भारतीय कंपनी ने बनाया होता तो अब तक इस्लाम खतरे में आ गया होता।
जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपनी फॉक्सवैगन ने इन शांति दूतों का जमकर मजाक उड़ाया है
— सुधीर श्रीवास्तव उर्फ सोनू (@SonuSri795) November 23, 2020
शांतिदूत आतंकी फॉक्सवैगन की कार में बम लेकर ब्लास्ट करना चाहता है लेकिन कार इतना मजबूत है कि ब्लास्ट नहीं होता
अगर ऐसा ऐड किसी भारतीय कंपनी ने बनाया होता तो अब तक इस्लाम खतरे में आ गया होता pic.twitter.com/tFGSPlGnjE
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया है।
"Terrorist Commercial Ad by Volkswagen" Interesting ? pic.twitter.com/AYs98BmMYE
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) November 24, 2020
क्या है सच-
हमने इंटरनेट पर volkswagen terrorist ad कीवर्ड की मदद से सर्च किया तो हमें 2005 की The Guardian की एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिससे पता चला कि इस वीडियो का फॉक्सवैगन कंपनी से कोई लेना देना नहीं है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय फॉक्सवैगन के प्रवक्ता ने इस बात को खारिज किया था कि ये वीडियो फॉक्सवैगन का विज्ञापन है।
पड़ताल जारी रखते हुए हमें ABC 10 News नाम के एक वेरिफाइड यूट्यूब चैनल का एक वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो के बारे में सच्चाई बताई गई थी। ABC 10 News के मुताबिक, ये वीडियो सालों पहले Lee & Dan नाम की एक टीम ने बनाया था, जो पहले भी इस तरह के फेक विज्ञापन बनाती आई है।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फेक है। इस वीडियो को फॉक्सवैगन ने नहीं बनाया है, बल्कि यह एक पैरोडी वीडियो है।