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Written By हिमा अग्रवाल
Last Updated : बुधवार, 18 मई 2022 (00:19 IST)

63 बांग्लादेशी हिंदू परिवारों का नया पता होगा कानपुर का भैंसाया गांव

63 बांग्लादेशी हिंदू परिवारों का नया पता होगा कानपुर का भैंसाया गांव - Bhainsaya village of Kanpur will be the new address of 63 Bangladeshi Hindu families
उत्तर प्रदेश सरकार ने मेरठ स्थित हस्तिनापुर से 63 बांग्लादेशी विस्थापित परिवारों को कानपुर जिले में बसाने का निर्णय लिया है। जिसके चलते इन बांग्लादेशी हिंदू परिवारों को सरकार तरफ से कानपुर देहात की रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के भैंसाया गांव में आवासीय पट्टे की 200 वर्ग मीटर भूमि, आवास निर्माण के लिए 1 लाख 20 हजार की धनराशि  व 2 बीघा जमीन प्रति लाभार्थी को कृषि के लिए पट्टे पर मुहैया कराई गई है। ये विस्थापित परिवार मेरठ से नम आंखों के साथ विदा होकर अपने नए ठिकाने कानपुर पहुंच गए हैं। 
 
मेरठ के हस्तिनापुर में ये 63 बंग्लादेशी परिवार पिछले 5 दशक से रह रहे थे और यहां की एक मिल में काम करके गुजर-बसर करते थे, लेकिन मिल बंद होने से इन परिवारों पर जीविका का संकट मंडराने लगा और ये विस्थापित 63 पाकिस्तानी और बांग्लादेशी हिन्दू परिवार सरकार से पुनर्वास की मांग कर रहे थे। यूपी के मुख्यमंत्री ने पिछले कुछ समय पहले इन विस्थापित 63 परिवारों को कानपुर देहात के गांव में सम्मान के साथ रहने के लिए कृषि भूमि का पट्टा आवंटित करते हुए प्रमाण पत्र सौंपा। 
मेरठ के हस्तिनापुर में लंबे समय से रह रहे इन बंगाली परिवार ने पुनर्वास का श्रेय क्षेत्रीय विधायक एवं जल शक्ति मंत्री दिनेश खटीक को दिया है। रविवार को सरकार की इस मुहिम को अंजाम देने के लिए कानपुर रसूलाबाद तहसील के नायब तहसीलदार मनोज रावत के नेतृत्व में लेखपाल विमल कुमार, सुधीर द्विवेदी और अंकित हस्तिनापुर पहुंचे और वहां रह 63 परिवारों को 3 बसों में बैठाक कानपुर रसूलाबाद तहसील के काशीराम कॉलोनी में बने कम्यूनिटी सेंटर लाया गया है। अब यहीं से इन 63 परिवारों को भैंसाया गांव में बसाने की कवायद शुरू हो गई है। 
लंबे समय से मेरठ में रह रहे परिवारों की आंखें बस में बैठते हुए नम दिखाई दी, क्योंकि इनके सगे-संबंधी और मधुर यादें मेरठ में छूट रही थीं, लेकिन वही खुशी यह थी कि अब वह सम्मान के साथ अपने घर में रहेंगे, खेती करेंगे। अब कानपुर पहुंचे इन 63 परिवारों का मेरठ से नाता टूट गया है, अब उनका नया पता भैंसाया गांव होगा, यहीं के पते के आधार कार्ड जारी होगा।
 
कानपुर देहात में पहुंचने पर इन पाकिस्तानी व बांग्लादेशी हिंदू परिवारों का स्वागत ग्राम प्रधान भैसाया संजीव पाल, तहसीलदार राजकुमार चौधरी और बीजेपी विधायक पूनम संखवार ने किया। इन 63 परिवारों के लिए नाश्ते-भोजन इत्यादि की व्यवस्था भी की गई।
 
उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा इन परिवारों को बसाने के लिए कॉलोनी व खेती करने के लिए जमीन तो मुहैया कराई गई हे, वही इन 63 परिवारों का जो व्यक्ति किसी व्यवसाय या कार्य में निपुण होगा उसे रोजगार भी सरकार देगी। रसूलाबाद भाजपा विधायक पूनम संखवार ने कहा कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की ज्यादा से ज्यादा कल्याणकारी योजनाओं का लाभ इन परिवारों को दिलवाएंगी।