गोरखनाथ मंदिर पर हमला: ATS अहमद मुर्तजा अब्बासी का कराएगी मनोवैज्ञानिक परीक्षण
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमले करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी की मनोवैज्ञानिक जांच (साइकोलॉजिकल जांच) करने की तैयारी एटीएस कर रहा है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक अहमद मुर्तजा अब्बासी के पकड़े जाने के बाद से ही उसका परिवार उसे दिमागी बीमार बताने में लगा है। लेकिन एटीएस के द्वारा लगातार जांच में यह सामने आया है कि वह इस प्रकार की कोई भी हरकत नहीं कर रहा है जिससे कि वह मानसिक रूप से बीमार नजर आए।
सूत्रों की मानें तो आरोपी के परिवार वाले लगातार उसको बीमार बता रहे हैं और मानसिक रोगी साबित करने में जुटे हैं जिसके चलते एटीएस ने मनोवैज्ञानिक जांच का भी निर्णय लिया है। सूत्रों की मानें तो एटीएस ने मुर्तजा और उसके पिता मुनीर अब्बासी का आमना-सामना कराया और उसके माता-पिता व मुर्तजा को आमने-सामने बैठाकर कई सवाल पूछे। इस दौरान भी एटीएस को कहीं पर भी संदेह नहीं हुआ कि आरोपी मुर्तजा मानसिक रूप से बीमार है। वह अपने परिवार वालों से बेहद सामान्य ढंग से बात कर रहा था लेकिन माता-पिता उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात लगातार कह रहे थे।
एटीएस सूत्रों की मानें तो गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में हुआ घटनाक्रम पूरी एक सोची-समझी साजिश थी और आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी मानसिक रूप से बिलकुल सामान्य है। लेकिन उसके माता-पिता उसे मानसिक रूप से बीमार लगातार क्यों बता रहे हैं, डॉक्टरों के पर्चे क्यों दिखा रहे हैं, ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब ढूंढने के लिए एटीएस अब मनोवैज्ञानिक डॉक्टरों का भी सहयोग लेने की तैयारी कर रही है।
सूत्र बताते हैं कि कहीं परिवार को गुमराह करने के लिए आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने सोची-समझी साजिश के तहत पहले परिवार को गुमराह किया और अपने आपको मानसिक रूप से बीमार साबित कर दिया। जिससे परिवार वाले आज तक उसे मानसिक रूप से बीमार ही समझते हैं और उसके बाद वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था और उसका यह मानना था कि अगर घटना को अंजाम देने में कामयाब हो जाता है तो परिवार वालों के बयान उसे मानसिक रूप से बीमार साबित कर देंगे और जिसका फायदा उसे कोर्ट में मिल सकता है। एटीएस सूत्र बताते हैं कि आरोपी ने पूरा एक साजिश रचने का खाका तैयार कर रखा था जिसके तहत वह काम कर रहा था।