India vs South Africa T20 World Cup 2024 Rohit Sharma : रोहित शर्मा की सालों की तपस्या और मेहनत का फल उन्हें मिल ही गया। टी20 वर्ल्ड कप के हर एक संस्करण में खेलने वाले रोहित शर्मा ने कप्तान के तौर पर भारत को 2007 के बाद दूसरी टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी दिलाई।
जीत के बाद जब उनसे प्रेस कांफ्रेंस में पूछा गया क्या अच्छेपन पर विश्वास रखना मुश्किल हो तरह था और अच्छे लोगों के साथ अच्छा होना जरुरी है, चाहे आप हो टीम हो राहुल द्रविड़ हो, क्या यह जरुरी है?
फ़िल्मी अंदाज में रोहित शर्मा ने उत्तर दिया "ज़रूरी तो है, मैं मानता हूं कि जो लिखा है वो होने वाला है. मुझे लगता है यह लिखा था. लेकिन जाहिर है तुमको पता नहीं है मैच के पहले कि ये लिखा है, यही तो खेल है, यही गेम है, नहीं तो हम लोग आराम से आते हैं कि चलो लिखा हुआ है, जीतने वाले हैं सब"
नहीं सोचा था कि टी20 वर्ल्ड कप से लूंगा संन्यास
उन्होंने कहा, मैं अपने भविष्य के बारे में इस तरह से फैसले नहीं लेता। मुझे जो भीतर से अच्छा लगता है, मैं वही करता हूं। मैं आगे के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैने पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद भी नहीं सोचा था कि यह विश्व कप खेलूंगा या नहीं।
उन्होंने कहा, मैने कभी सोचा नहीं था कि टी20 से संन्यास लूंगा। लेकिन हालात परफेक्ट हैं। विश्व कप जीतकर विदा लेना बेहतर है।
रोहित 2007 में पहले विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खिताब जीतने वाली टीम के भी सदस्य थे।
अपने सफर के बारे में उन्होंने बताया , मुझे बताया गया कि मैने 2007 में शुरूआत की तब भी हमने विश्व कप जीता था और अब विश्व कप के साथ विदा ले रहा हूं। जिंदगी का चक्र पूरा हो गया। मैं बहुत खुश हूं। मैं उस समय 20 साल का था, मैं खिलाड़ियों से कहता हूं कि अपनी भूमिका निभाए। मैं उस समय पांचवें और छठे नंबर पर उतरता था।
उन्होंने कहा, अब मैं खेल को बेहतर समझता हूं। इतने साल खेल जो चुका हूं। यह सफर शानदार रहा। मैं हमेशा भारत के लिये मैच, खिताब जीतने की कोशिश करता हूं। मुझे नहीं पता कि यह महानतम जीत है या नहीं लेकिन महानतम में से एक है।
उन्होंने आगे कहा "मैं बता नहीं सकता कि इस समय कैसा महसूस कर रहा हूं। शब्दों में नहीं बता सकता, पिछली रात मैं सो नहीं सका। मैं हर हालत में जीतना चाहता था। उन्होंने कहा, यह बताना मुश्किल है कि पिछले तीन चार साल में हमने कितनी मेहनत की है। सिर्फ आज की बात नहीं है , इसके पीछे तीन चार साल की मेहनत है।
वनडे विश्व कप फाइनल में मिली हार नहीं भूले रोहित
उन्होंने कहा, कई दबाव भरे मुकाबलों में हम जीत नहीं सके। खिलाड़ियों को पता है कि दबाव में क्या करना है और आज उसका परफेक्ट उदाहरण था। हम एक साथ डटे रहे।
विराट और राहुल द्रविड़ को दिया श्रेय
उन्होंने कहा, हम सभी से ज्यादा राहुल भाई इस ट्रॉफी के हकदार थे। उन्होंने पिछले 20-25 साल में भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया है, सिर्फ विश्व कप जीतना ही बाकी था। पूरी टीम की तरफ से मैं बहुत खुश हूं कि हम उनके लिए जीत सके।
उन्होंने कहा, विराट चैम्पियन क्रिकेटर रहा है। हम सभी को पता है कि उसने हमारे लिए क्या किया है। एक समय तो सबको विदा लेना ही है और विराट इसे लेकर काफी स्पष्ट था। मैं उसके लिए बहुत खुश हूं कि उसने फाइनल में इस तरह की बल्लेबाजी की।