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21 फरवरी से महाकाल मंदिर उज्जैन में महाशिवरात्रि का महोत्सव आरंभ, शिव-पार्वती की मेहंदी-हल्दी रस्म

21 फरवरी से महाकाल मंदिर उज्जैन में महाशिवरात्रि का महोत्सव आरंभ, शिव-पार्वती की मेहंदी-हल्दी रस्म - Mahashivratri Ujjain Mahakaleshwar
Maha Shivratri Ujjain 2022: 1 मार्च 2022 को महाशिवरात्रि का पर्व है। इस बार महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि का पर्व अलग ही अंदाज और उत्साह में मनाया जा रहा है। एक ओर जहां 5 हजार भक्तों द्वारा करीब 11 लाख दीपकों से शहर को सजाया जाएगा वहीं दूसरी ओर 21 फरवरी से महाशिवरात्रि का महोत्सव प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन ही भगवान शिव को चंदन और देवी पार्वती को हल्दी लगाई जाएगी। मेहंदी-हल्दी रस्म की रस्म कहा जा रहा है।
 
 
शिव विवाह महोत्सव : उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 21 फरवरी से 9 दिवसीय शिव नवरात्रि के रूप में शिव विवाह के उत्सव का प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान भगवान शिव को चंदन और देवी पार्वती को लगेगी हल्दी। पुजारी कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित शिवजी को चंदन और माता पार्वती को हल्दी लगाएंगे। चंद्रमौलेश्वर, कोटेश्वर व भगवान रामेश्वर के पूजन के बाद गर्भगृह में अनुष्ठान होगा। नौ दिन तक पूजन के विशेष अनुक्रम से भोग आरती व संध्या पूजन का समय बदलेगा। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि पर 21 फरवरी से शिव नवरात्रि उत्सव की शुरुआत होगी। भगवान महाकाल को दूल्हा रूप में श्रृंगारित किया जाएगा। इस पूजन पंरपरा में नौ दिन भगवान महाकाल बाबा को चंदन तथा शक्ति स्वरूपा जलाधारी पर हल्दी अर्पित की जाती है। 
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नौ दिन पूजा का क्रम : नौ दिन यह रहेगा पूजा का क्रम : प्रात: नैवेद्य कक्ष में स्थित भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन होगा। इसके बाद कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित श्री कोटेश्वर महादेव का पंचामृत अभिषेक-पूजन किया जाएगा। इसके बाद मंदिर परिसर में स्थित शिव और पार्वती की प्राचीकालीन मूर्ति को चंदन और हल्दी अर्पित की जाएगी। इसके बाद रामेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना होगी। तत्पश्‍चात गर्भगृह में महाकाल बाबा के पूजन का क्रम शुरू होगा।  पंचामृत अभिषेक पूजन के बाद पुजारी एकादशी एकादशनी रुद्र पाठ करने के बाद दोपहर एक बजे भोग आरती होगी। दोपहर 3 बजे संध्या पूजा होगी। इसके बाद भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार किया जाएगा।
 
दीपोत्सव : श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि और फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी पर पड़ने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है। महाशिवरात्रि पर इस बार उज्जैन के महाकाल मंदिर और शहर में अनूठा ही माहौल होगा। बताया जा रहा है कि 5 हजार शिवभक्त 11 लाख दीपकों से शहर को जगमगाएंगे। महाशिवरात्रि पर घरों और प्रतिष्ठानों में दीपक जलाए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह की इच्छा है कि इस बार महाशिवरात्रि पर उज्जैन में 'दीपोत्सव 2022' का आयोजन किया जाए। 
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