Pondicherry tourist places: पुड्डुचेरी या पांडिचेरी टूरिस्ट प्लेस देखने के लिए आपको चेन्नई जाना होगा जहां से लगभग 135 किलोमीटर दूर समुद्र में स्थित है यह टापू। यह 492 स्क्वेयर किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर आप हवाई, ट्रेन या बस से जा सकते हैं।
इतिहास : पुड्डुचेरी या पांडिचेरी- यह भारत के केंद्र शासित राज्य है। यहां कभी पल्लव वंश का राज था, तो कभी चोल वंश का शासन रहा। इसके बाद इसे फ्रांसीसियों ने अपने कब्जे में ले लिया था। इसीलिए इसे भारत का छोटा फ्रांस कहा जाता है क्योंकि यहां पर तमिल के साथ ही फ्रांसीसी कल्चर भी देखने को मिल जाएगा। यानी भारतीय-फ्रांसीसी संस्कृति का मनभावन मिश्रण देखना हो तो पांडिचेरी चले आइए। पांडिचेरी शहर को स्पष्ट रूप से दो भागों में बांटा जा सकता है फ्रांसीसी और भारतीय। यहां करीब 55 भाषाएं बोली जाती है। यह प्राचीनकाल से शिक्षा और वैदिक संस्कृति का केंद्र रहा है।
पांडिचेरी के पश्चिम में लंबा समुद्र तट है। सुबह-शाम यहां हजारों स्थानीय लोग और पर्यटक सैर करने तथा समुद्र का सौंदर्य निहारने आते हैं। महर्षि अरविंद ने पांडिचेरी से ही अध्यात्म हासिल किया था। यहां पर उनका बड़ा-सा आश्रम है।
पुड्डुचेरी का संघ राज्य क्षेत्र चार कठिन क्षेत्रों- पुड्डुचेरी, कराईकाल, माहे और यनम से मिलकर बना है। पुड्डुचेरी और कराईकाल तमिलनाडु के पूर्वी तट पर, यनम आंध्रप्रदेश में और माहे केरल में पश्चिम तट पर है।
पांडिचेरी के समुद्री तट ( Pondicherry coast ):
1. यनम : यनम गौतमी गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। यह स्थान मंदिरों और नारियल के पेड़ से घिरा हुआ है।
2. माहे : माहे जिला अरब सागर के दक्षिण-पश्चिम, पोन्नियार नदी के उत्तर और मध्य ऊंचाई पर स्थित पर्वत से घिरा हुआ है। यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीक इसके मुदरई और चेन्नई का हवाई अड्डा है। सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन मद्रास और विल्लुपुरम का।
3. कराईकल : प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर यह स्थान उनके लिए हैं, जो एकांत और शांति की तलाश कर रहे हैं। यहां पहुंचकर निश्चित ही उन्हें मोक्ष प्राप्त हो सकता है। कराईकल यह चेन्नई के दक्षिण से लगभग 300 किलोमीटर और पांडिचेरी से 135 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
4. बोट हाउस, चुन्नाम्बर : पांडिचेरी से 8 किलोमीटर दूर चुन्नाम्बर नदी पर बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है। कल-कल बहता पानी और नदी के दोनों छोरों पर बिखरी हरीतिमा के बीच जल में सैर एक अद्भुत रोमांच पैदा करती है।
पुदुचेरी के अन्य स्पाट :
1. श्री अरबिंदो आश्रम : महर्षि अरविंद द्वारा स्थापित एवं श्री मां द्वारा संचालित श्री अरबिंदो आश्रम योग साधना केंद्र यहां का प्रमुख स्थल है। यहां असीम शांति का अनुभव होता है। यहां महर्षि अरविंद और श्री मां की संगमरमर की समाधि बनी हुई है।
2. ऑरोविल : ऑरोविल को आज का शहर कहा जाता है। जहां श्री अरबिंदो और श्री मां ने एक अलग ही दुनिया बसा रखी थी। श्री मां के आदेशों से बना यह नगर 1968 में विभिन्न देशों के प्रयासों का परिणाम है। इसे सिटी ऑफ डॉन (सूर्योदय का नगर) कहा जाता है, जहां आप जिंदगी का एक दूसरा ही मजा ले सकते हैं। ०यह पांडिचेरी से 10 किलोमीटर दूर जिसमें 40 बस्तियों में विभिन्न देशों के लोग रहते हैं। यहां की सैर का आनंद लेने के लिए साइकिल सबसे अच्छी सवारी है। यहां फार्म और बगीचे में जैविक खेती को सफलतापूर्वक अपनाया गया है।
3. स्मारक : पांडिचेरी में ढेर सारे स्मारक हैं जो यहां के इतिहास और यहां की दिलचस्प कहानी को बयान करते हैं। जैसे 'आयी मंडप' फ्रांस में नेपोलियन-तृतीय के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। इसका नाम 16वीं शताब्दी की एक वेश्या 'आयी' के नाम पर पड़ा। इस वेश्या ने अपना घर तोड़ कर वहां एक पानी का टैंक बना दिया था।
4. पांडिचेरी संग्रहालय : यह संक्रहालय अपनी प्राचीन उम्दा वस्तुओं के लिए मशहूर है। इनमें पुरातत्व, भू-भौतिकी, वास्तुकला, शिल्पकला, कला वस्तुओं, मुद्रण और शस्त्रों के कई अलग-अलग विभाग हैं। यह पांडिचेरी का समृद्ध इतिहास बयान करता है। पल्लव, चोल तथा विजयनगर की संस्कृति से लेकर यहां ईसा पूर्व युग तक की यादें आपके समक्ष प्रस्तुत की गई हैं।
5. लाइट हाउस : 27 मीटर ऊंचा लाइट हाउस 150 साल पुराना है। समुद्र के सामने महात्मा गांधी, जॉन आर्क, डूप्ले की प्रतिमाएं लगी हैं। फ्रांसीसियों के युद्ध विजय स्मृति चिह्न खड़े हैं। गांधी मैदान के दोनों ओर दो मंजिला वृत्ताकार संरचना इत्यादि भी यहीं हैं।
6. बॉटनिकल गार्डन : पांडिचेरी में बॉटनिकल गार्डन 1826 में बना। जब यह प्रख्यात वनस्पति वैज्ञानिक पैरोटेट की देख-रेख में आया तो यहां कलकत्ता, मद्रास, सीलोन तथा रुमानिया से पौधे लाए गए। आज यहां पौधों की 1500 प्रजातियों का संग्रह है।
7. सरकारी उद्यान : यह शहर के प्राचीन औपनिवेशक वाले हिस्से के बीच है। इसकी खूबसूरत हरीतिमा के चारों ओर अधिकतर सरकारी इमारतें बनी हुई हैं। इसमें उप राज्यपाल का निवास, विधानसभा और सरकारी अस्पताल के अलावा एक खूबसूरत विले में डाइनिंग रूम है, जिसने अब एक प्राइवेट क्लब के साथ एक पुराने होटल का भी रूप ले लिया है।
8. मंदिर : यहां लगभक 32 मंदिर हैं। जिसमें से मनाकुला विजयनगर मंदिर, श्री वेदापुरीस्वरार मंदिर, कामतचियाम्मलै मंदिर तथा वरदराजपरुमल मंदिर प्रसिद्ध हैं।
9. चर्च : फ्रेंच मिशनरियों ने 16वीं और 17वीं शताब्दी में चर्च बनवाए जिसमें से सेक्रेड हार्ट ऑफ जीसस, कैथेड्रल, एग्लाइस डे नार्टे डेमे एइस एंजल्स देखने लायक हैं।
10. कहां ठहरें : पार्क गेस्ट हाउस ( अरविंदो आश्रम), होटल डेल ओरियंट, 17 न्यू रोमेन रोलैंड और होटल डि पांडिचेरी में ठहर सकते हैं। हैरिटेज विला हेलेना, विला पांडिचेरी और आनंदा यह भी ठहरने के लिए अच्छे स्थान हैं। चुन्नाम्बर बीच और बैक वॉटर रिसोर्ट है, जो बोटिंग और बैकवॉटर टूर की सुविधाएं प्रदान करता है।