युद्ध के बीच रूस ने किया सरमट मिसाइल का परीक्षण, 18000 KM दूर तक मार करने वाली इस मिसाइल में क्या है खास?
नई दिल्ली। रूस ने बुधवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम सरमट इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। 18000 KM दूर तक मार करने वाली इस मिसाइल के परीक्षण से पूरी दुनिया रूस के परमाणु हथियारों की जद में आ गई है। जानिए सरमट इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों से जुड़ी खास बातें...
-सरमट इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल दुनिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइल है। यह किसी भी मिसाइल डिफेंस को भेदने में सक्षम है।
-मिसाइल ने रूस के सुदूर पूर्व में लगभग 6,000 किमी दूर कामचटका प्रायद्वीप में लक्ष्य को निशाना बनाया।
-सरमट मिसाइल का वजन 200 टन से अधिक है और यह 10 से अधिक वारहेड और 16 छोटे वारहेड को ले जाने में सक्षम है।
-3 चरणों वाली इस लिक्विड-ईंधन वाली मिसाइल की मारक क्षमता 18,000 किमी है।
-इस मिसाइल को बोलचाल की भाषा में शैतान कहा जाता है।
-यह मिसाइल रडार और ट्रेकिंग सिस्टम को आसानी से चकमा दे सकती है।
-पुतिन ने कहा कि सरमट रूस की अगली पीढ़ी की मिसाइलों में से एक है।
-रूसी सेना के मुताबिक, एवनगार्ड हाइपरसोनिक व्हीकल को इस मिसाइल में फिट किया जा सकता है। यह वाहन साउंड की स्पीड से 27 गुना तेज उड़ान भरने में सक्षम है।
-रूस ने अमेरिका को नए स्टार्ट न्यूक्लियर आर्म्स कंट्रोल ट्रीटी की वजह से पहले ही इस टेस्ट की जानकारी दे दी थी।
-अमेरिका ने रूसी आईसीएम टेस्ट को रूटीन बताते हुए कहा है कि यह खतरा नहीं है।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने भी यूरोपीय देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि यह दुश्मनों को कोई कदम उठाने से पहले 2 बार सोचने के लिए मजबूर करेगा। हमें धमकाने वाले हमारी ओर बढ़ने से पहले अच्छे से सोच लें।