समझ नहीं पाता हूं दिल की जुबान को....
समझ नहीं पाता हूं।।
दिल की जुबान को।।
कैसे तुम्हें बताऊं।।
तुम्हारे निशान को।।
लगता डर हमें।।
नाराज न हो जाओ।।
मेरी तस्वीर ले के।।
तहलका न मचाओ।।
तुम्हीं हमें बता दो।।
मेरे ईमान को।।
बदनाम नहीं करूंगा।।
तुम्हारे नाम को।।
बचपन से जवानी की।।
कहानी पढ़ लिया हूं।।
महकती काली ओ तुम हो।।
तुमसे मिल लिया हूं।।
अपना तो अब समझ लो।।
आशिक नादान को।।