होली गीत : फागुन मस्त महीना आयो
शम्भू नाथ | शुक्रवार,मार्च 4,2022
सब रंगों से सजी है थाली, सब रंगों से लहलाना सजन, होली में घर को आना सजन।
नववर्ष 2020 पर कविता : नया साल, नया जोश
शम्भू नाथ | शुक्रवार,दिसंबर 27,2019
नववर्ष पर कविता- दीवारों पर लगेंगे। नए कैलेंडर। पुराने हटाएं जाएंगे।
New Year 2020 Poem: स्वागत को तैयार रहो तुम
शम्भू नाथ | शुक्रवार,दिसंबर 27,2019
New Year 2020 Poem- स्वागत को तैयार रहो तुम। मै जल्द ही आने वाला हूं। बारह महीने साथ रहूंगा। खुशियां भी लाने वाला हूं।
Diwali Poem : बढ़ती महंगाई और दिवाली बजट
शम्भू नाथ | सोमवार,अक्टूबर 21,2019
निकल दिवाला गया पहिले से,अब आएगी दिवाली। चिंता से मन व्याकुल हो गया, खाली पड़ी है थाली। फरमाइश कैसे पूरी होगी,
बालगीत : छुट्टी के दिन
शम्भू नाथ | शुक्रवार,जुलाई 27,2018
छुट्टी के दिन गजब के बीते हैं, सौ मीटर की रेस हमीं तो जीते हैं।
खेलकूद और शेर के चक्कर में,
प्रेम गीत : देख रहा जमाना
शम्भू नाथ | सोमवार,मार्च 19,2018
मैं हूं तेरा दीवाना, तू नहीं करीब मेरे, मैं तेरे आसपास हूं। तेरी तस्वीर को,
ले के घूमता हूं...
मधुमास पर कविता : मधुर-मधुर बहती हवाएं...
शम्भू नाथ | शनिवार,फ़रवरी 10,2018
मधुर-मधुर बहती हवाएं, छेड़ रहीं संवाद। प्रकृति छटा बिखेर रही, आया है मधुमास।
रोमांस कविता : छाई हुई तन्हाई
शम्भू नाथ | शनिवार,फ़रवरी 3,2018
क्यों आंखों में बसे हो तुम, छाई हुई तन्हाई। अभी दूर रहो मुझसे, करने दो हमें पढ़ाई।
कविता : शब्दों का संसार
शम्भू नाथ | शनिवार,फ़रवरी 3,2018
इस अज्ञानी के गागर में, शब्दों का खजाना है। शब्दों को लिखते-लिखते, जीवन को संवारा है।
कविता : प्यारे बच्चे
शम्भू नाथ | शुक्रवार,फ़रवरी 2,2018
हम भारत देश के, प्यारे बच्चे। सारे जग से, न्यारे बच्चे।