अमरनाथ की यात्रा के समय बेहद दुर्गम पहाड़ी रास्तों को पार कर गुफा तक पहुँचा जाता है, इसलिए यहाँ की यात्रा करते समय निम्न बातें अवश्य ध्यान रखें।
· यहाँ जाने से पहले अपना मेडिकल चेकअप करवा लेना बेहतर होगा। यूँ तो यहाँ यात्रा के दौरान मेडिकल सुविधा उपलब्ध है, लेकिन आवश्यक दवाइयाँ साथ ले जाना चाहिए। साथ ही फर्स्ट एड बॉक्स हमेशा साथ रखें। अच्छी टॉर्च, सूखे मेवे, कोल्ड क्रीम, छतरी आदि अपने साथ ले जाना न भूलें।
· तापमान अकसर माइनस 1 में चला जाता है। सन् 2005 में रिकॉर्ड बर्फबारी के समय रात का तापमान -16 से भी नीचे चला गया था। इसलिए यहाँ जाने से पहले गरम कपड़ों की खासी तैयारी कर लें। बुजुर्ग और बच्चों का खास ध्यान रखें।
· जब-तब होने वाली बारिश से बचने के लिए अच्छी बरसाती अपने साथ जरूर रखें। यह बरसाती पैंट-टॉप के रूप में हो तो बेहतर होगा। साथ ही आरामदायक जूते अवश्य रखें।
· सफर के समय सामान कम-से-कम रखें। हमेशा उतना ही सामान रखें, जिसे आप आराम से अपनी पीठ पर लाद सकें। कपड़ों के चुनाव में खासी सावधानी बरतें। पुरुष टाइट जींस की जगह हलके आरामदायक कपड़ों का चुनाव करें। वहीं महिलाएँ साड़ी की जगह सलवार-सूट या जींस-पैंट पहनें तो चढ़ाई आरामदायक लगेगी। इसके अलावा ट्रेक सूट बेहतरीन विकल्प है।
· यात्रा के समय दिए जा रहे सरकारी निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें। यहाँ का मौसम एकाएक अपना मिजाज बदलता है। यदि अमरनाथ जाने का पक्का इरादा कर लिया है तो एक माह पहले से रोज चार से पाँच किलोमीटर पैदल चलने की आदत डाल लें। इससे यात्रा के दौरान थकान काफी कम होगी।
· पंजीयन का तरीकाः- वादी में बढ़ते आतंकवाद के मद्देनजर सरकार ने अमरनाथ यात्रा का पंजीयन करवाना आवश्यक कर दिया है। पंजीकरण की जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर सरकार के पास है। इसके लिए जून माह के अंत में जम्मू-कश्मीर के सरकारी बैंकों द्वारा प्रवेश फार्म वितरित किए जाते हैं। यह पंजीकरण ‘पहले आओ पहले पाओ’ के तहत किया जाता है। इस फार्म को पाने के लिए किए जाने वाले आवेदन के साथ एक फिटनेस सर्टिफिकेट लगाना आवश्यक होता है। पंजीकरण के बाद यात्री को यात्रा के हफ्ते के अनुसार परिचय पत्र जारी किए जाते हैं। इसके ऊपर यात्रा की तिथि अंकित होती है। पंजीकरण से जुड़ी सारी कवायद आपकी सुरक्षा के लिए है, इसलिए इसमें कोताही न बरतें। इन परिचय पत्रों की यात्रा के समय कई जगहों पर जाँच की जाती है।