40 दिन पहले आतंकी बना समीर तांत्रे अवंतीपोरा मुठभेड़ में ढेर
बांडीपोरा के हमलावर पाक आतंकियों की तलाश अभी भी जारी
जम्मू। सुरक्षाबलों ने कश्मीर के अवंतीपोरा में जैशे मुहम्मद के उस आतंकी को रातभर चली मुठभेड़ में मार गिराया है जो 40 दिन पहले अर्थात 2 नवम्बर को आतंक की राह पर चल पड़ा था। फिलहाल मुठभेड़ जारी है क्योंकि उसके 2 से 3 साथी अभी भी सुरक्षाबलों का मुकाबला कर रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस के मुताबिक बांडीपोरा में 2 पुलिसकर्मियों को मारने वाले पाकिस्तानी आतंकी की तलाश जारी है।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की कि अवंतीपोरा के बारागाम इलाके में पुलिस को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। इसके तुरंत बाद पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। रविवार सुबह बारागाम में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने सबसे पहले आतंकियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी।
आतंकियों ने इसे अनसुना कर सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए आतंकियों के खिलाफ फायरिंग की। अभी तक एक आतंकी को मार गिराने में सफलता मिली है।
कश्मीर के आइजी के विजय कुमार ने भी एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है। आतंकियों की संख्या तीन के करीब बताई जा रही है। फिलहाल दोनों ओर से फायरिंग जारी है। मारे गए आतंकी की पहचान अवंतीपोरा के बारगाम के रहने वाले समीर अहमद तांत्रे के तौर पर हुई है जिसने 2 नवम्बर को आतंक की राह थामी थी।
इस बीच पुलिस के मुताबिक, कश्मीर के बांडीपोरा जिले में गत शुक्रवार को पुलिस दल पर हुए आतंकी हमले के पीछे भी पाकिस्तान ही है। इस हमले को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी ने अपने 2 ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) की मदद से अंजाम दिया था। इस हमले के बाद भाग रहे आतंकी का सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है, जिससे उसकी पहचान की जा सकी। इस हमले में जम्मू कश्मीर पुलिस के 2 जवान बलिदान हो गए थे।
कश्मीर के आइजीपी विजय कुमार ने हमला स्थल के पास लगे एक सीसीटीवी की फुटेज का हवाला देते हुए बताया कि इसमें साफ नजर आता है कि फिरन (कश्मीरी परिधान) पहने एक आतंकी हमला कर भाग रहा है। उसके साथ उसके 2 ओवरग्रांउड वर्कर भी नजर आ रहे हैं।
आतंकी ने हमले के बाद पुलिसकर्मियों से उनके हथियार छीनने का प्रयास भी किया था, लेकिन वहां मौजूदा एक अन्य पुलिसकर्मी की त्वरित कार्रवाई पर उसे अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। हमने आतंकी व उसके साथियों को चिन्हित कर लिया है। वह जल्द पकड़े या मारे जाएंगे।