कश्मीर में अब आतंकियों द्वारा इस्तेमाल होने वाले वाहन व घरों की हो रही जब्ती
जम्मू। आतंकियों ने बांडीपोरा में आज शाम एक पुलिस दल पर आत्मघाती हमला बोल कर कश्मीर पुलिस के 2 जवानों को शहीद कर दिया। अचानक हुए इस हमले के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई है। अन्य कर्मियों के घायल होने की बात सामने आ रही है। इस बीच कश्मीर पुलिस ने अब उन वाहनों और मकानों को भी जब्त करना आरंभ कर दिया है जिनका इस्तेमाल आतंकियों द्वारा आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।
समाचारों के मुताबिक, बांडीपोरा जिले के गुलशन चौक पर तैनात पुलिस पार्टी को आतंकियों ने शुक्रवार देर शाम को निशाना बनाया। इसमें दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों के इस हमले में दो पुलिसकर्मियों को गोलियां लगी हैं। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। हमले के तुरंत बाद आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस ने आतंकियों की तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है। फिलहाल इस बारे में और अधिक जानकारी का इंतजार है।
आतंकी हमले की जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैं उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा इलाके में पुलिस पर आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं। इस बीच कश्मीर पुलिस ने आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए गए एक ट्रक को जब्त करने की मंजूरी दे दी।
इस साल गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत अब तक 75 वाहन जब्त किए जा चुके हैं। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस कानून के तहत अब तक पांच रिहाइशी घरों, छह दुकानों, भूमि और नकदी को भी जब्त किया जा चुका है।
प्रवक्ता ने यहां पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आदेश का हवाला देते हुए कहा कि एक ट्रक को जब्त करने के लिए मंजूरी दे दी गई है, जिसका इस्तेमाल उसके मालिक ने एक आतंकवादी को आश्रय देने के लिए किया था। इस आतंकवादी को हाल में श्रीनगर के बाहरी इलाके में वाहन से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, हथियार और गोला-बारूद बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद जांच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों से पता चला है कि मोहम्मद शफी डार द्वारा खरीदे जाने से पहले ट्रक को तीन बार अलग-अलग व्यक्तियों को बेचा जा चुका था और आतंकवादी को पनाह देने के लिए इसे इस्तेमाल किया जा रहा था।
पुलिस ने कहा कि ट्रक का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में मदद और इन्हें बढ़ावा देने के लिए किया गया है। लिहाजा इसे गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम की धारा 25 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जब्त किया जाए। डीजीपी जम्मू-कश्मीर ने इस वाहन को जब्त करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि इस साल यूएपीए के तहत कुल 75 वाहनों को जब्त किया जा चुका है, जिनमें अधिकतर दोपहिया और चार पहिया वाहन शामिल हैं।