कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, CRPF जवान की हत्या का आरोपी गिरफ्तार
जम्मू। कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि छुट्टी पर आए केरिपुब के जवान को मारने वाले आतंकी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक ओवरग्राउंड वर्कर सहित पकड़ने में सफलता हासिल की है। इनके कब्जे से हथियार भी बरामद हुआ है, जबकि पिछले एक सप्ताह से कश्मीर में हिंसा में आई तेजी के प्रति अधिकारियों का कहना था कि आतंकी पाकिस्तान के इशारे पर अमरनाथ यात्रा से पहले कश्मीर का माहौल दहशतजदा कर देना चाहते हैं।
कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने इंटरनेट मीडिया पर ट्वीट किया कि हमने केरिपुब जवान को मारने वाले आतंकी को पकड़ लिया है। घटनाक्रम में इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी जब्त कर ली गई है। केरिपुब जवान को मारने के दौरान आतंकी हमले में शामिल एक सहयोगी ओवरग्राउंड वर्कर को भी गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आतंकी ने कबूला है कि उसने इस वारदात को लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर आबिद रमजान शेख के दिशा निर्देश पर अंजाम दिया था।
इस बीच सुरक्षाधिकारियों का दावा है कि आतंकी दल एक बार फिर अमरनाथ यात्रा से पहले कश्मीर के माहौल को बिगाड़ने की साजिशों में जुट गए हैं। कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं। निशाने पर पंचायत प्रतिनिधि, पुलिस व सेना के जवान हैं।
खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि अमरनाथ यात्रा से पहले और गर्मी के मौसम में शुरू होने वाले पर्यटन सीजन में अधिक से अधिक वारदातों को अंजाम देने की आईएसआई की ओर से घाटी में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकियों और विभिन्न आतंकी गुटों को हिदायत दी गई है।
सूत्रों के अनुसार आतंक के मोर्चे पर अपना गेम प्लान फेल होता देख पाकिस्तान अब नए सिरे से कश्मीर में हिंसा का माहौल बनाने की साजिशों में जुटा है। इसी के तहत पंचायत प्रतिनिधियों और पुलिस व सेना के निर्दोष जवानों की टारगेट किलिंग फिर से बढ़ाने की हिदायत दी गई है। मार्च के महीने में टारगेट किलिंग की घटनाओं में इसी वजह से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
खुफिया सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में ये घटनाएं और बढ़ सकती हैं। इसके लिए हाइब्रिड आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्करों को टास्क सौंपा गया है। आईजी विजय कुमार बताते हैं कि सुरक्षाबल मुस्तैद है। पड़ोसी मुल्क हर वक्त यहां माहौल बिगाड़ने की कोशिशों में जुटा रहता है, लेकिन उसे नाकाम बनाया जा रहा है। वह अपने नापाक मकसद में कभी कामयाब नहीं हो पाएगा।