कश्मीर में धर्मांतरण की शिकार सिख युवती का उसके ही समुदाय के लड़के से हुआ विवाह
श्रीनगर। कश्मीर में जबरन धर्मांतरण के आरोपों के बीच सिख युवती, जिसे अपहर्ता से छुड़ाकर उसके परिवार को सौंप दिया गया था, का मंगलवार को एक सिख युवक से विवाह सम्पन्न हो गया।
शिरोमणी अकाली दल (शिअद), दिल्ली के अध्यक्ष परमजीत सिंह ने यहां बताया, युवती का विवाह आज सुखबीर सिंह से करवाया गया। युवक-युवती एक दूसरे के परिचित हैं तथा कोई दबाव या बल प्रयोग (युवती पर) नहीं किया गया। उन्होंने यह विवाह करवाने वाले लोगों के प्रति आभार प्रकट किया।
जब उनसे पूछा गया कि 18 वर्षीय युवती का धर्मांतरण के बाद मुस्लिम व्यक्ति से विवाह हो चुका था या नहीं तो उन्होंने कहा कि विवाह नहीं हुआ था। उन्होंने लोगों से कश्मीर में सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, हम कोई कानून (धर्मांतरण रोधी) नहीं चाहते हैं। बहुसंख्यक समुदाय को अल्पसंख्यक समुदाय का ख्याल रखना चाहिए।
सिंह ने कहा कि सिख समुदाय कश्मीर में गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के भूखंड पर एक बड़ा अस्पताल बनाना चाहता है। उन्होंने कहा, हमारे पास करीब 8.125 एकड़ भूमि है। इसका कुछ हिस्सा किसानों के पास है। हम उन्हें उचित मुआवजा देकर भूमि वापस लेना चाहते हैं और उस पर यहां के लोगों के लिए एक बड़ा अस्पताल बनाना चाहते हैं।
शिअद नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को आरोप लगाया था कि हाल में कश्मीर में चार सिख महिलाओं का जबरन विवाह कराया गया और उन्हें इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया। उन्होंने महिलाओं को उनके परिवार को सौंपने की मांग की थी।(भाषा)