लोकायुक्त डीजी कैलाश मकवाना को 6 महीने में ही हटाने पर उठे सवाल, बेटी बोली- मुझे पापा पर गर्व है...
भोपाल। मध्य प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों पर शिकंजा कसने वाले लोकायुक्त डीजी कैलाश मकवाना को 6 महीने के अंदर हटाने पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आज सरकार ने लोकायुक्त संगठन के डीजी कैलाश मकवाना को हटाकर उनके स्थान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी योगेश चौधरी को डीजी लोकायुक्त बनाया है।
ईमानदार और सख्त कार्यशैली वाले कैलाश मकवाना को मात्र छह महीने में लोकायुक्त संगठन से हटाने को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। मकवाना के कार्यकाल में लोकायुक्त लगातार भ्रष्ट अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के साथ महाकाल कॉरिडोर में हुए भ्रष्टाचार की जांच भी कर रहा था।
बेटी के ट्वीट से बढ़ा विवाद : उधर कैलाश मकवाना के ट्रांसफर पर उनकी बेटी श्रुति मकवाना के एक ट्वीट से इस पूरे मुद्दे को और हवा मिल गई है। कैलाश मकवाना की बेटी श्रुति मकवाना ने ट्वीट कर लिखा, 'उसूलों पे जहां आंच आए टकराना ज़रूरी है, जो ज़िंदा हों तो फिर ज़िंदा नज़र आना ज़रूरी है। मुझे पापा पर गर्व है'।
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को अलविदा कहने पर इस शेर के साथ ट्वीट कर बगावत का शंखनाद किया था। गौरतलब है कि सीनियर आईपीएस अफसर कैलाश मकवाना को छह महीने पहले ही लोकायुक्त संगठन में डीजी बनाया गया था। छह महीने में मकवाना ने लोकायुक्त पुलिस की कार्यशैली को बदलकर रख दिया था। एक आईएएस और एक आईएफएस अफसर के खिलाफ भ्रष्टाचार की एफआईआर दर्ज की गई।