Kerala elections: वलयार की नाबालिग बहनों की मां मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेगी, विजयन बोले- सरकार साथ खड़ी रही
त्रिशूर/कन्नूर। वर्ष 2017 में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गईं 2 नाबालिग लड़कियों की मां द्वारा केरल के मुख्यमंत्री के विरुद्ध धर्मदम से चुनाव लड़ने की घोषणा किए जाने के कुछ घंटों बाद ही पिनराई विजयन ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा उक्त महिला के साथ खड़ी रही और कभी उसे ठेस नहीं पहुंचने दी।
कन्नूर में विधानसभा चुनाव प्रचार कर रहे विजयन ने कहा कि हम उस मां के साथ खड़े रहे हैं और उसने जो भी मांग की वह पूरी की गई और इसका कोई मलाल नहीं है। हमने उसे किसी भी तरह ठेस नहीं पहुंचाई। विजयन ने कहा कि यदि वह (महिला) किसी की बातों में आकर कुछ करना चाहती है तो वह इसके लिए स्वतंत्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पहले ही मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। पलक्क्ड़ जिले के वलयार में 2017 में 2 लड़कियों के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था और वे अपने घर में फंदे पर लटकी हुई पाई गई थीं।
उन लड़कियों की मां ने त्रिशूर में कहा था कि मैं अपनी बेटियों के लिए न्याय चाहती हूं। मैंने तिरुवनंतपुरम में मुख्यमंत्री से मुलाकात की, मैं रोई और अपनी बच्चियों की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की गुहार लगाई। मैं विजयन के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडूंगी। संघ परिवार को छोड़कर हम सभी का समर्थन लेंगे।
लड़कियों की मां ने मामले की जांच करने वाले 2 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कथित रूप से सरकार द्वारा कार्रवाई न करने पर सिर मुंडवा लिया था। उक्त महिला अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कासरगोड से तिरुवनंतपुरम की नीति यात्रा कर रही है, जो 4 अप्रैल को खत्म होगी। धर्मदम से भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष सीके पद्मनाभन को उतारा है और कांग्रेस नीत यूडीएफ गठबंधन द्वारा उम्मीदवार का ऐलान किया जाना अभी बाकी है।
केपीसीसी अध्यक्ष एम. रामचंद्रन ने कहा कि महिला ने धर्मदम से चुनाव लड़ने का फैसला कर सही किया है। केरल उच्च न्यायालय द्वारा मुकदमा दोबारा जांच शुरू करने का आदेश जारी किए जाने के बाद एलडीएफ सरकार ने दोनों बहनों की मौत के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय जनवरी में लिया था।
राज्य सरकार और लड़कियों की मां की ओर से दायर याचिका को अनुमति देते हुए अदालत ने इस साल 6 जनवरी को मुकदमा दोबारा शुरू करने का आदेश दिया था और कहा था कि जांच में गंभीर खामियां हैं। पलक्कड़ जिले के वलयार में 13 जनवरी 2017 को 13 वर्षीय एक लड़की को अपनी झोपड़ी में फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया गया था और 4 मार्च को उसकी 9 वर्षीय बहन की मौत भी इसी तरह हुई थी। (भाषा)