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Last Updated : मंगलवार, 5 जनवरी 2021 (22:43 IST)

शशि थरूर के ट्वीट पर भड़कीं कंगना रनौत, बोलीं- जीवनसाथी से प्यार के लिए 'वेतन' की जरूरत नहीं

Kangana | शशि थरूर के ट्वीट पर भड़कीं कंगना रनौत, बोली- जीवनसाथी से प्यार के लिए 'वेतन' की जरूरत नहीं
मुंबई। अभिनय से राजनीति के क्षेत्र में आए कमल हासन द्वारा अपनी पार्टी के घोषणापत्र में घरेलू महिलाओं को 'भुगतान' का समर्थन किए जाने के बाद मंगलवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर एवं अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच बहस छिड़ गई। थरूर ने कहा है कि वे पूरी तरह इसके पक्ष में हैं जबकि अभिनेत्री का कहना है कि महिलाएं जो करती हैं, उसे लेकर दोनों नेताओं को दाम नहीं लगाना चाहिए।
पिछले महीने हासन (66) ने 2021 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर सभी परिवारों को उच्च रफ्तार के इंटरनेट के साथ कम्प्यूटर देने तथा किसानों को कृषि-उद्यमियों में तब्दील करने के साथ घरेलू महिलाओं का भुगतान का वादा किया था। 
 
उनका समर्थन करते हुए थरूर ने ट्वीट किया कि घर के कामकाज को वैतनिक पेशे के रूप में मंजूरी देने तथा राज्य सरकार द्वारा घरेलू महिलाओं को मासिक वेतनमान देने के कमल हासन के विचार का मैं स्वागत करता हूं। उन्होंने लिखा कि इससे घरेलू महिलाओं की सेवाओं को मान्यता मिलेगी और उसका मौद्रीकरण होगा, इससे वे सशक्त होंगी एवं उनकी स्वायत्तता पैदा होगी तथा सार्वभौमिक आय के करीब तक पहुंचा जा सकेगा। हालांकि थरूर के विचार का रनौत (33) ने विरोध किया।
'क्वीन' फिल्म की अभिनेत्री ने कहा कि महिलाओं को अपने बच्चों का मातृत्व निभाने या अपने जीवनसाथी से प्यार के लिए 'वेतन' की जरूरत नहीं है। अभिनेत्री ने लिखा कि हमारी जो लैंगिक स्थिति है, उसे लेकर हमारे प्यार के बदले दाम नहीं तय करें, अपनों के लिए मातृत्व निभाने के लिए हमें भुगतान न करें, अपने घर के छोटे से साम्राज्य की रानी होने के लिए हमें वेतन की जरूरत नहीं है, हर चीज को कारोबार की नजर से देखना बंद कीजिए। 
उन्होंने लिखा कि आपकी महिला को बस आपके प्यार/ सम्मान/ वेतन की जरूरत नहीं है, बल्कि उसके प्रति अपने आपको समर्पित कर दें। इस पर थरूर ने कहा कि मैं कंगना की इस बात से राजी हूं कि घरेलू महिला के जीवन में कई ऐसी चीजें हैं, जो दाम से परे हैं। लेकिन यह इन चीजों की बात नहीं है बल्कि अवैतनिक कार्य को मान्यता देने और हर महिला के लिए मूलभूत आय सुनिश्चित करने की बात है। मैं तो चाहूंगा कि आपकी भांति ही सभी भारतीय महिलाएं सशक्त बनें। (भाषा)