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Last Modified: मंगलवार, 10 अक्टूबर 2017 (22:48 IST)

दिसंबर में होंगे गुजरात विधानसभा चुनाव

दिसंबर में होंगे गुजरात विधानसभा चुनाव - Gujarat assembly election, EC
अहमदाबाद। चुनाव आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि गुजरात में विधानसभा चुनाव इस साल दिसंबर में होंगे। आयोग पहली बार प्रायोगिक तौर पर राज्य के सभी 182 विधानसभा क्षेत्रों में एक एक मतदान केंद्र को पूरी तरह महिला संचालित बनाएगा यानी वहां मतदानकर्मी से लेकर सुरक्षाकर्मी तक सभी महिलाएं ही होंगी। सभी मतदान केंद्रों पर विकलांग वोटरों के लिए भी रैंप समेत अन्य सुविधाएं होंगी।
 
चुनाव को लेकर जारी अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त एके जोति ने मंगलवार को यहां दो अन्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत तथा सुनील अरोरा और गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी स्वेन की मौजूदगी में चुनाव के सिलसिले में दो दिन तक हुई विभिन्न समीक्षा बैठकों के बाद कहा कि चुनाव दिसंबर में ही होंगे हालांकि इनकी तिथि और चरण आदि के बारे में बाद में घोषणा की जाएगी।
     
यह पूछे जाने पर कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आयोग की घोषणा के पहले ही दिसंबर में चुनाव होने की बात कैसे कह दी थी, जोति ने कहा कि इसमें कोई बड़ी अथवा गलत बात नहीं है क्योंकि सबको पता है कि गुजरात की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 जनवरी 2018 को समाप्त हो रहा है इसलिए इसे सामान्य तौर पर दिसंबर में होना चाहिए।
      
जोति ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों से चुनाव की तिथि के बारे में अलग-अलग सुझाव मिले हैं। गुजरात में 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक शादी विवाह का सत्र होने की बात भी सामने रखी गई है। चुनाव की तिथि तय करते समय इन सब पर विचार होगा। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मतदाता पहचान पत्र को आधार से अनिवार्य रूप से जोड़ने की प्रक्रिया को इससे संबंधित विवादों की सुनवाई उच्चतम न्यायालय में होने के चलते रोका गया है।
      
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि आयोग के लिए चुनाव के दौरान संपूर्ण रूप से सोशल मीडिया पर निगरानी रख पाना फिलहाल संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी 50128 मतदान केंद्रों पर वीवीपैट वाले वोटिंग मशीन के जरिए मतदान होगा। विवाद की स्थिति में इसकी पर्ची से गिनती के बारे में रिटर्निंग अधिकारी ही फैसला करेगा।
      
वीवीपैट के इस्तेमाल के चलते मतदान करने में अधिक समय लगने के चलते मतदान की अवधि को बढ़ाने के सुझाव पर भी आयोग विचार करेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए राज्य में चुनाव तंत्र को निर्देश दिए हैं। इस दौरान धन के बेजा इस्तेमाल तथा शराब, उपहार और अन्य चीजों के वितरण पर रोक रहेगी। 
 
चुनाव में केंद्रीय सुरक्षाबलों समेत सुरक्षाकर्मियों की पूरी व्यवस्था रहेगी। राज्य में इस बार 4.33 करोड़ मतदाता है जिनमें से 2.25 करोड अथवा करीब 52 प्रतिशत पुरुष तथा 2.07 करोड़ अथवा करीब 48 प्रतिशत महिलाए हैं। इनमें से 10.46 लाख नए वोटर हैं, जिनमें से 3.21 लाख पहली बार मतदाता बने हैं। 
 
चुनाव के लिए उम्र गणना की तिथि एक जनवरी 2017 को बनाया गया है। पिछली सूची में से 4.14 लाख नाम मृत्यु तथा अन्यत्र चले जाने जैसे कारणों से हटाए भी गए हैं। चुनाव के दौरान आयोग सुविधा के लिए कई तरह के ऐप का भी उपयोग करेगा। (वार्ता)