बगावत से भूचाल, राजस्थान भाजपा काँपी
जयपुर (नईदुनिया ब्यूरो)। राजस्थान भाजपा में टिकटों के बँटवारे के बाद उठे बगावत के भूचाल को थामना मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेशाध्यक्ष ओम माथुर के लिए मुश्किल हो गया है। भाजपा में पहली सूची के बाद संभाग स्तर पर चल रहा बवाल अब जिला और तहसील स्तर तक पहुँच गया है। प्रदेश के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से करीब 60 क्षेत्रों में भाजपा के उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है। हालाँकि इस भूचाल से हो रही क्षति को कम करने की कवायद के तहत भाजपा ने दूसरे दलों से नेताओं को अपने पाले में मिलाने की कवायद शुरू कर दी है। शनिवार को पूर्व सांसद जसवंत सिंह यादव और पूर्व कांग्रेसी विधायक महेंद्र मीणा को पार्टी ने अपने साथ शामिल कर लिया।बीकानेर, भरतपुर, कोटा और जोधपुर संभाग में तो भाजपा के ज्यादातर मंडलों व मोर्चों के पदाधिकारी टिकटों के विरोध में खड़े हो गए हैं। स्थिति यह है कि प्रदेश भाजपा कार्यालय पर भी पार्टी पदाधिकारियों की जगह टिकट बँटवारे से असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने कब्जा जमा लिया है। टिकट बंटवारे से नाराज कई क्षेत्रों से आए भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को न तो किसी पदाधिकारी को भाजपा कार्यालय के भीतर जाने दिया और न किसी को बाहर। बस्सी और चाकसू क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही भाजपा कार्यालय के सामने डेरा डाल दिया। बस्सी से मौजूदा विधायक कन्हैया लाल मीणा और फागी से विधायक व संसदीय सचिव लक्ष्मीनारायण बैरवा के समर्थकों ने प्रदेशाध्यक्ष और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय के बाहर मुख्य मार्ग जाम कर दिया। खासकर कन्हैया लाल मीणा के समर्थकों ने तो आलाकमान को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि मीणा को टिकट नहीं मिला तो क्षेत्र की सभी सीटों पर भाजपा की हार होगी।बीकानेर में मंत्री देवीसिंह भाटी ने बगावती तेवर दिखाते हुए पार्टी को सोमवार तक का अल्टीमेटम दे दिया है तो बयाना से भाजपा के सांसद रहे गंगाराम कोली और पूर्व विधायक रेवतीप्रसाद कोली बगावती होकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतर गए हैं। इनके अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हीरासिंह चौहान और पिछले चुनावों में रिकार्ड मतों से जीते सांचोर के विधायक जीवाराम चौधरी भी बगावत पर उतर आए हैं। संसदीय सचिव गोविंदराम मेघवाल ने विद्रोह करते हुए खाजूवाला सीट से निर्दलीय के रूप में पर्चा दाखिल कर दिया है। वहीं टिकट पाने वाले दो प्रत्याशियों, शाहपुरा से सतीश पूनिया और भीलवाडा से विटठल अवस्थी ने मन मुताबिक सीट नहीं मिलने पर चुनाव लड़ने की अनिच्छा जता दी है।बूंदी में मौजूदा पंचायतराज राज्यमंत्री का टिकट काटे जाने से नाराज उनके समर्थकों ने शनिवार को जिला भाजपा कार्यालय का घेराव किया। पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों ने शनिवार को लालसोट, करौली, टोडाभीम में भाजपा उम्मीदवारों का विरोध किया।