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Last Updated : शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2022 (23:53 IST)

उत्‍तराखंड में हरिद्वार ग्रामीण सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री रावत की पुत्री से होगा मंत्री का मुकाबला

उत्‍तराखंड में हरिद्वार ग्रामीण सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री रावत की पुत्री से होगा मंत्री का मुकाबला - Minister will compete with former Chief Minister's daughter in Haridwar Rural seat in Uttarakhand
हरिद्वार। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत की चुनावी जीत होगी या नहीं इसको लेकर चर्चा जोरों पर हैं। हरीश रावत पिछला चुनाव इस सीट से स्वयं हार गए थे। तभी से उनकी बेटी अनुपमा रावत ने हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा से तैयारी शुरू कर रखी थी।उनके इस सीट से चुनाव मैदान में उतरने से यह सीट महत्वपूर्ण हो गई है। भाजपा ने इस सीट पर पिछला चुनाव हरीश रावत को हराने वाले भाजपा सरकार के वर्तमान मंत्री यतीश्वरानंद को ही उनके खिलाफ फिर मैदान में उतारा है।

हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर पहाड़ी और मुस्लिम वोटर का अच्छा खासा वोटबैंक है। इस सीट पर लगातार यतीश्वरानंद ही विधायक का चुनाव जीतते आए हैं। हरिद्वार ग्रामीण सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव अनुपमा रावत को प्रत्याशी बनाया है।हरिद्वार ग्रामीण सीट पर मतदाताओं की संख्या 130757 है।

हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट का ये इलाका पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सीमा से लगता है।इस विधानसभा क्षेत्र में अधिकांश इलाके ग्रामीण क्षेत्र के ही हैं। इस इलाके में बड़े पैमाने पर खनन होता है।राजाजी टाइगर रिजर्व का क्षेत्र भी इस इलाके से लगा हुआ है।हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति वर्ग के मतदाता अच्छी तादाद में रहते हैं।

स्वामी यतीश्वरानंद मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं और इस समय ज्वालापुर स्थित वेद मंदिर के पीठाधीश्वर हैं।स्वामी यतीश्वरानंद सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के गुट के माने जाते हैं और वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सबसे करीबी मित्रों में शुमार किए जाते हैं।हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटों के बंटवारे को लेकर अब कांग्रेस व बसपा के बीच जंग जैसे हालात हैं।

2017 के चुनाव में इरशाद अंसारी और मुकर्रम अंसारी ने चुनाव लड़कर हरीश रावत की हार में खास भूमिका निभाई थी। अब ये दोनों कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इससे अनुपमा रावत की स्थिति मजबूत मानी जा रही है। लेकिन सपा व बसपा प्रत्याशी के हाथ मिला लेने से हरिद्वार ग्रामीण में एक बार फिर मुस्लिम मतों का साफ विभाजन दिख रहा है।

मुस्लिम मतों के बंटवारे से भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद खेमे में राहत है।हालांकि क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर लोग संतुष्ट नहीं दिख रहे तथापि भाजपा यहां ध्रुवीकरण की ताक में है। इस सीट पर अपनी बेटी अनुपमा रावत के प्रचार के लिए आए हरीश रावत ने स्वामी यतीश्वरानंद पर जमकर निशाना साधा। हरीश ने मतदाताओं से कहा कि अवैध ढंग से कमाए पैसों से लोग उनकी बेटी को हराना चाहते हैं।

हरीश रावत ने कहा कि बेटी हर किसी का स्वाभिमान होती है और मैंने अपनी बेटी अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण की जनता की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है।हरीश रावत ने कहा कि मैं यह नहीं समझ पाता हूं कि मैंने आखिर कौनसा गुनाह किया है। वोट काटने वाले मेरे नसीब में ही आ जाते हैं, मैंने तो हमेशा सबको साथ लेकर चलने की बात कही। मैंने कभी भी किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया, जितना सम्मान मैंने अपने घरवालों को दिया है, उतना ही सम्मान मैंने हरिद्वार ग्रामीण की जनता को हमेशा दिया है।

मैंने कभी भी किसी की जातपात नहीं पूछी, उन्होंने कहा कि जैसे ही उनकी बेटी का टिकट कांग्रेस से फाइनल हुआ तो रातोंरात बीजेपी ने दूसरे प्रत्याशी का टिकट बदलवा दिया। पता नहीं कितने में सौदा हुआ। हरीश रावत ने कहा कि इस रवासन और पीली नदियों में हुए अवैध काम से कमाए गए पैसे से ही टिकट बदलवाने का सौदा किया गया है, यह लोग अवैध कामों से कमाए पैसे के बल पर आपकी बेटी को हराना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि 2017 में मैं नहीं हारा था, बल्कि इंसानियत हारी थी, हरीश रावत ने इस मौके पर मौजूद लोगों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि बेटी हम सबका सम्मान है और इस बार बेटी अनुपमा रावत को वोट देकर जिताएं। मैं दोनों हाथ फैलाकर आपसे निवेदन करता हूं और आपको विश्वास दिलाता हूं कि अनुपमा आपकी भावनाओं पर खरा उतरेगी।

हरीश रावत लालढंग के गांधी चौक पर अनुपमा रावत के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने आए थे। जनसभा को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा कि मेरी सरकार ने इस क्षेत्र में तहसील और आईटीआई की मंजूरी दी थी, जो इस बीजेपी सरकार के आते ही बदल दी गई।

उन्होंने कहा कि फिर हमारी सरकार बनेगी तो इस क्षेत्र को तहसील और आईटीआई के साथ-साथ यहां पर स्वास्थ्य सेवाओं को भी बेहतर किया जाएगा।उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार को गए हुए 5 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी मैं कई काम अपनी सरकार के गिना सकता हूं, लेकिन अगर आप लोग बीजेपी सरकार से विकास के पांच काम भी पूछोगे तो वह नहीं गिना पाएंगे।

उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने गरीबों और महिलाओं के लिए कई योजनाएं बनाई गई थीं, जिन्हें बीजेपी की सरकार ने आते ही बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि बीजेपी सरकार ने 69000 महिलाओं की पेंशन प्रदेश में बंद कर दी है। इस मौके पर हरीश रावत ने कहा कि उनकी सरकार बनेगी तो महिलाओं की पेंशन 1000 से बढ़ाकर 1800 की जाएगी। हरीश रावत ने कहा कि आप सब परिवर्तन के लिए तैयार हो जाओ। हम आपके हाथों में शक्ति देने का काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार बनते ही पहले साल 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी और दूसरे साल 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वायदा है। हरीश रावत ने बीजेपी सरकार पर महंगाई को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि इस समय महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है। जनता त्रस्त है जिसको देखते हुए कांग्रेस ने चार धाम और चार काम का वादा जनता से किया है।

उन्होंने कहा कि वह 5 साल में चार लाख रोजगार देंगे और उसके बाद भी अगर कोई बेरोजगार रह जाता है तो उसे बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने हर परिवार को साल में 40000 देने का वादा भी किया। हरीश रावत ने रैली में मौजूद लोगों से हाथ उठाकर कांग्रेस को समर्थन देने का वादा भी लिया। इस मौके पर 'बनाओ बनाओ कांग्रेस की सरकार बनाओ, भगाओ भगाओ बीजेपी की सरकार भगाओ' के नारे भी लगवाए।

आप प्रत्याशी नरेश शर्मा भी यहां से जोर लगाए हुए हैं। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। यतीश्वरानंद के पक्ष में प्रचार करने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज से लेकर कई स्टार प्रचारक इस क्षेत्र में उनके लिए वोट मांगते नजर आए।
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