मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Winter session will be held in the old parliament building itself
Written By
Last Updated : मंगलवार, 1 नवंबर 2022 (00:49 IST)

पुराने संसद भवन में ही होगा शीतकालीन सत्र, नए सेंट्रल विस्टा भवन में अभी काम बाकी

पुराने संसद भवन में ही होगा शीतकालीन सत्र, नए सेंट्रल विस्टा भवन में अभी काम बाकी - Winter session will be held in the old parliament building itself
नई दिल्ली। संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के पुराने भवन में ही आयोजित होने के आसार हैं, क्योंकि सेंट्रल विस्टा की नई इमारत के कुछ हिस्सों के निर्माण कार्य के पूरा होने की जो निर्धारित समयसीमा थी, वह आगे बढ़ सकती है। संसद का शीतकालीन सत्र सामान्यत: नवंबर माह के तीसरे सप्ताह में आरंभ होता है। सरकार की कोशिश शीतकालीन सत्र से पहले निर्माण कार्य पूरा कर लेने की थी।
 
सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी देते बताया कि यह इमारत एक अहम और जटिल परियोजना है जिसका निर्माण बेहद ही चुनौतीपूर्ण समयसीमा के भीतर किया जा रहा है। निर्माण कार्य चौबीसों घंटा चल रहा है। उन्होंने बताया कि भवन का सिविल कार्य लगभग पूरा हो चुका है लेकिन अंतिम दौर का काम व बिजली का काम इस साल के अंत तक जारी रह सकता है।
 
सूत्रों ने बताया कि निर्माण कार्य की गति में तेजी लाने के लिए फर्नीचर, कालीन, दीवार भित्तिचित्र और भवन को सुसज्जित करने के साथ ही विभिन्न स्थानों पर भवन निर्माण का काम भी चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि अभी भवन तैयार हो जाने की कोई तय तिथि नहीं बताई जा सकती है, ऐसे में इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि शीतकालीन सत्र पुराने भवन में ही हो। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने भी कहा कि शीतकालीन सत्र पुराने भवन में होने के आसार हैं।
 
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना में एक नए त्रिकोणीय संसद भवन, संयुक्त केंद्रीय सचिवालय, विजय चौक से इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर लंबे राजपथ का सुधार, प्रधानमंत्री के नए आवास और प्रधानमंत्री कार्यालय तथा नए उपराष्ट्रपति 'एन्क्लेव' की परिकल्पना की गई है।
 
सूत्रों ने बताया कि भवन का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद भी 15 से 20 दिनों की जरूरत पड़ेगी ताकि कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा सके और संसद सत्र की बैठक सुचारु रूप से हो सके। इसके लिए लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों के कर्मचारियों के साथ ही राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, भारत पर्यटन विकास निगम और अन्य कर्मचारियों का 'मॉक ड्रिल' और प्रशिक्षण कराया जाएगा।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta