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Last Updated : गुरुवार, 5 जनवरी 2023 (15:02 IST)

बिहार में छात्रों की पिटाई, पुलिस के लाठीचार्ज के बाद JDU अध्‍यक्ष के बयान से गरमाई सियासत

बिहार में छात्रों की पिटाई, पुलिस के लाठीचार्ज के बाद JDU अध्‍यक्ष के बयान से गरमाई सियासत - Students thrashed in Bihar, police lathi charge
फाइल फोटो
बिहार स्‍टाफ सेलेक्‍शन कमीशन की परीक्षा में पेपर लीक होने की शिकायत के बाद छात्रों ने जबर्दस्‍त प्रदर्शन किया। कई छात्र सडकों पर उतर आए। इसी बीच बुधवार को पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसी बीच विवाद को और ज्‍यादा हवा मिल गई है जब JDU अध्यक्ष ललन सिंह कह डाला कि लाठीचार्ज होता रहता है ये कोई पहली बार नहीं हुआ है। जो भी कानून तोड़ेगा उस पर वैधानिक कार्रवाई तो होगी। उनके बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है।

दरअसल, बिहार स्‍टाफ सेलेक्‍शन कमीशन की परीक्षा बीते दिसंबर आयोजित हुई थी। लेकिन परीक्षा के पहले शिफ्ट का पेपर लीक हो गया। जिसके बाद कई लोगों की गिरफ्तारी हुई। छात्र लगातार परीक्षा रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को भी छात्रों ने पटना कॉलेज गेट से प्रदर्शन किया। पुलिस ने पटना में प्रदर्शन के दौरान छात्रों की पिटाई की। पुलिस ने सड़क पर दौड़ा दौड़ाकर छात्रों को डंडों से जमकर पीटा। पुलिस ने लाठीचार्ज के बाद कई छात्रों को हिरासत में भी लिया।

क्‍या बोल गए लल्‍लन सिंह?
इस बीच जेडीयू के अध्यक्ष लल्‍लन सिंह के बयान ने विवाद को और हवा दे दी है। उनसे पूछा गया कि इस पूरे मामले पर उनका क्‍या कहना है तो उन्‍होंने कहा, 'ये तो होता रहता है ये क्या पहली बार हुआ है?' उन्होंने कहा, 'मुझे मालूम नहीं कि कहां लाठीचार्ज हुआ है, लेकिन अगर कहीं हुआ है तो किसी को कानून तोड़ने की इजाजत नहीं है। कोई कानून तोड़ता है तो वहां स्वाभाविक तौर पर कानून स्थापित करना पड़ता है।'

क्‍या मांग कर रहे बिहार के छात्र?
दरअसल, यह पूरा विवाद छात्रों की एक मांग को लेकर हो रहा है। छात्रों की मांग है कि BSSC CGL-3 सचिवालय सहायक की सभी शिफ्ट की परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए। दिसंबर में बिहार में बीएसएससी की परीक्षा आयोजित की गई है। परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर लीक हो गया था। करीब 9 लाख उम्‍मीदवार भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे। छात्रों का आंदोलन पटना कॉलेज से शुरू होकर गांधी चौक, मुसल्लहपुर हाट, भिखना पहाड़ी, नया टोला, हथुआ मार्केट, गांधी मैदान जेपी गोलंबर होते हुए डाकबंगला चौराहे तक पहुंचा। धीरे– धीरे यह बिहार के कई हिस्‍सों में देखा गया। स्‍थिति यह हो गई कि व्‍यवस्‍था को संभालने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
edited by navin rangiyal
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