पश्चिम बंगाल में फिर वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव, 2 दिन में दूसरी बार फेंके गए ट्रेन पर पत्थर
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तरी क्षेत्र में बाहर से पत्थर फेंके जाने के कारण हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस के 2 डिब्बों की खिड़कियों के शीशे मंगलवार को क्षतिग्रस्त हो गए। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेवा का उद्घाटन 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से किया था।
मंगलवार दोपहर न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पहुंचने से पहले वंदे भारत एक्सप्रेस के 2 डिब्बों की एक-एक खिड़की के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। इन घटनाओं को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है, वहीं ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है।
इससे पहले जलपाईगुड़ी से हावड़ा आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सोमवार को भी इसी तरह की घटना हुई थी। पथराव के कारण एक कोच के दरवाजे पर लगे कांच में दरार आ गई थी।
अभी इस मार्ग पर औसतन करीब 10:45 घंटे में 564 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली 14 ट्रेन हैं। वंदे भारत ट्रेन 7:45 घंटे में यह दूरी तय करती है, जिससे कोलकाता और पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार सिलीगुड़ी के बीच यात्रा का समय 3 घंटे कम हो गया। यह ट्रेन खासतौर से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपने-अपने गंतव्यों तक जाने से पहले सिलीगुड़ी में रात बिताना नहीं चाहते।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन में 16 डिब्बे हैं। इनमें से 2 डिब्बे चालकों के लिए होंगे। ट्रेन में 2 एग्जीक्यूटिव कार जबकि बाकी सामान्य चेयर कार है। प्रत्येक चेयर कार में 78 सीट और विशेष रूप से डिजाइन की गई मेज है।
Edited by : Nrapendra Gupta