जब कोई प्रस्ताव ही नहीं, तब उसे ठुकराने की बात नहीं : श्री श्री
लखनऊ। अयोध्या मामले में किसी सौहार्दपूर्ण समझौते की बात को मुस्लिम नेताओं द्वारा खारिज किए जाने की बात पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने बुधवार को कहा कि जब कोई प्रस्ताव ही नहीं हुआ तो उसको ठुकराने की बात ही नहीं है।
जब उनसे सवाल किया कि मुस्लिम नेता उनके प्रस्ताव को ठुकरा रहे हैं, रविशंकर ने कहा, जब कोई प्रस्ताव ही नहीं आया तो उसको ठुकराने की बात नहीं है। ना मैंने कोई प्रस्ताव दिया और ना ही मुझे कोई प्रस्ताव आया है। कोई प्रस्ताव आए तब इस तरह की बात होती है। हम अयोध्या जाएंगे, तब आपको बताएंगे।
अयोध्या मामले पर उन्होंने कहा, मैं एकता चाहता हूं, मैं सौहार्द चाहता हूं, मुझे उम्मीद है कि मैं निराश नहीं होऊंगा, कोई भी सौहार्द का विरोध नहीं करता है। यह अभी एक शुरुआत भर है, हम सबसे मिलेंगे और बात करेंगे।
आज मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात और बातचीत के बारे में पूछे जाने पर श्री श्री रविशंकर ने कहा, अपने देश में ज्यादा शांति लाई जाए, किसानों के कल्याण के बारे में, सफाई के बारे में तथा अन्य कई मुद्दों पर बहुत सी बातें हुईं। इससे पहले अयोध्या की कल होने वाली अपनी यात्रा से पहले श्री श्री रविशंकर ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, श्री श्री रविशंकर और मुख्यमंत्री के बीच यह एक शिष्टाचार भेंट थी।
उप्र सरकार के एक अधिकारी ने बताया, यह दोनों के बीच एक शिष्टाचार भेंट थी। बैठक ठीक-ठाक रही और करीब 40 मिनट तक चली। उन्होंने बताया कि जहां तक अयोध्या का मामला है, मुख्यमंत्री का रुख पूरी तरह से साफ है। राज्य सरकार इस मामले में पक्षकार नहीं है। सरकार अदालत के हर फैसले का सम्मान करेगी और हम हर समझौते का स्वागत करेंगे।
गौरतलब है कि 13 नवंबर को श्री श्री रविशंकर ने कहा था वे अपनी ओर से मंदिर विवाद में मध्यस्थता करने 16 नवंबर को अयोध्या जाएंगे और सभी पक्षकारों से मिलेंगे। उन्होंने कहा था, मेरा इस मुद्दे पर कोई एजेंडा नहीं है और अपनी अयोध्या यात्रा के दौरान सभी की बातें सुनूंगा। (भाषा)