'आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम' की जांच के लिए समिति गठित
नई दिल्ली। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली में यमुना तट पर 'आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम' वाले स्थल की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। इस बीच एनजीटी ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को यमुना तट पर मरम्मत के लिए एक कार्य योजना शुरु करने के भी शुक्रवार को निर्देश दिए।
न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली इस समिति में दिल्ली विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों सहित दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं बाढ़ विभाग के मुख्य अभियंता भी शामिल है। एनजीटी ने समिति को अपनी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर पेश करने के निर्देश दिए हैं।
एनजीटी के मुताबिक, अगली कार्रवाई समिति की रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी। इससे पहले एक सात सदस्यीय समिति ने एनजीटी को प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में कहा था कि यमुना तट पर पर्यावरण पुनरुद्धार में करीब 42 करोड़ की लागत आएगी।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष मार्च में आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ने दिल्ली में यमुना तट पर डीएनडी फ्लाईवे के समीप तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। विभिन्न पर्यावरणविदों ने इस आयोजन की यह कहते हुए आलोचना की थी कि इससे नदी आधारित पर्यावरण सिस्टम पर काफी प्रतिकूल असर पड़ा है। (वार्ता)