शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Prime Minister Narendra Modi in Bolur Math
Written By
Last Updated : रविवार, 12 जनवरी 2020 (11:02 IST)

CAA : ममता के विरोध पर बोले मोदी, कुछ नेता जान-बूझकर समझना नहीं चाहते

CAA : ममता के विरोध पर बोले मोदी, कुछ नेता जान-बूझकर समझना नहीं चाहते - Prime Minister Narendra Modi in Bolur Math
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर बेलूर मठ में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। हावड़ा जिले में स्थित बेलूर मठ रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय है। मोदी बेलूर मठ में रात गुजारने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
मिशन के अधिकारियों ने बताया कि मोदी रविवार को तड़के उठे और उन्होंने स्वामी विवेकानंद के मंदिर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। मोदी कोलकाता से नदी के रास्ते बेलूर पहुंचे और वहां उनका स्वागत संतों ने किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कुछ राजनेता CAA को लेकर समझना नहीं चाहते हैं।

मोदी ने कहा कि जो गांधी ने कहा, वहीं कर रहे हैं। CAA पाकिस्तान को बेनकाब करने वाला कानून है। इससे दुनिया को पता चला कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ। 
 
पाकिस्तान में जिस तरह दूसरे धर्म के लोगों पर अत्याचार होता है, उसे लेकर भी दुनिया भर में आवाज हमारा युवा ही उठा रहा है। इतनी स्पष्टता के बावजूद कुछ लोग सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज का युवा ही ऐसे लोगों का भ्रम भी दूर कर रहा है।
 
मोदी ने कहा कि सिटीजनशिप एक्ट, नागरिकता लेने का नहीं, नागरिकता देने का कानून है और ‍‍सिटीजनशिप एक्ट अमेंडमेंट एक्ट, उस कानून में सिर्फ एक संशोधन है।

युवा जोश, युवा ऊर्जा ही 21वीं सदी के इस दशक में भारत को बदलने का आधार है। नए भारत का संकल्प, आपके द्वारा ही पूरा किया जाना है। ये युवा सोच ही है जो कहती है कि समस्याओं को टालो नहीं, उनसे टकराओ, उन्हें सुलझाओ।
 स्वामी विवेकानंदजी की वो बात हमें हमेशा याद रखनी होगी जब वो कहते थे कि अगर मुझे सौ ऊर्जावान युवा मिल जाएं, तो मैं भारत को बदल दूंगा। यानी परिवर्तन के लिए हमारी ऊर्जा, कुछ करने का जोश ही आवश्यक है।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब यहां आया था तो गुरुजी, स्वामी आत्मआस्थानंद जी के आशीर्वचन लेकर गया था। आज वे शारीरिक रूप से हमारे बीच विद्यमान नहीं हैं, लेकिन उनका काम, उनका दिखाया मार्ग, रामकृष्ण मिशन के रूप में सदा हमारा मार्ग प्रशस्त करता रहेगा।
 
- देशवासियों के लिए बेलूर मठ की इस पवित्र भूमि पर आना किसी तीर्थयात्रा से कम नहीं है, लेकिन मेरे लिए तो हमेशा से ही ये घर आने जैसा ही है।  स्वामी विवेकानंद जयंती के इस पवित्र अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस पर, बहुत-बहुत शुभकामनाएं।