प्रद्युम्न हत्या केस में किशोर न्याय बोर्ड का फैसला 13 दिसंबर को
नई दिल्ली। किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) ने गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के मामले में गिरफ्तार छात्र से जुड़े एक मामले में फैसला 13 दिसम्बर तक सुरक्षित रख लिया है। बोर्ड केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के आवेदन पर मामले में गिरफ्तार 16 वर्ष के छात्र की उंगलियों के निशान और मृतक के पिता वरुण ठाकुर की उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें आरोपी को वयस्क मानकर मुकदमे की सुनवाई की मांग की गई है।
बोर्ड ने आज सुनवाई करते हुए 13 दिसम्बर तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया। सात वर्ष के प्रद्युम्न की हत्या के आरोप में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार 16 वर्षीय छात्र को बुधवार को बोर्ड के सामने पेश किया गया था, जहां से उसे 14 दिन और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। उसे इस दौरान फरीदाबाद के बाल सुधार गृह में रखा जाएगा और 20 दिसम्बर को फिर बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा।
प्रद्युम्न की हत्या 8 सितम्बर को स्कूल के ही शौचालय में कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में स्कूल की एक बस के कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था। प्रद्युम्न के अभिभावकों की मांग पर मामला सीबीआई को सौंपा गया और जांच एजेंसी ने स्कूल के ही छात्र को इस मामले में गिरफ्तार किया।
सीबीआई का दावा है कि छात्र ने पूछताछ में प्रद्युम्न की हत्या अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) और स्कूल की परीक्षा टलवाने के लिए की थी। सीबीआई द्वारा छात्र को गिरफ्तार किए जाने के बाद गुरुग्राम पुलिस द्वारा गिरफ्तार कंडक्टर अशोक कुमार जमानत पर जेल से बाहर है। सीबीआई ने, हालांकि अशोक कुमार को क्लिनचिट नहीं दी है। (वार्ता)