पुंछ हमले में हुआ था स्टिकी बम का इस्तेमाल, दूसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी
Poonch attack latest news: जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में एक हमले में सेना के 5 जवानों के शहीद होने के बाद आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चलाया गया घेराबंदी और तलाश अभियान शनिवार को दूसरे दिन में जारी है और इसमें ड्रोन एवं खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है। मीडिया खबरों के अनुसार, जांच में पता चला है कि आतंकियों ने हमले में स्टिकी बम का इस्तेमाल किया गया था। सेना के ट्रक पर 36 राउंड फायरिंग की गई थी।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक एस एल थाउसेन और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह समेत राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने सीमावर्ती क्षेत्र की सुरक्षा का जायजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया। अधिकारियों ने बताया कि 14 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया जिनमें से कुछ को छोड़ दिया गया।
पुंछ में गुरुवार को एक आतंकवादी हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से 5 जवान शहीद हो गए थे तथा एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सेना का ट्रक गुरुवार शाम को इफ्तार के लिए अग्रिम सीमा पर स्थित एक गांव में फल और अन्य सामान लेकर जा रहा था। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को इस इफ्तार का आयोजन करना था।
हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए भाटा डोरिया-तोता गली के बड़े इलाकों तथा आसपास के इलाकों में घेराबंदी और तलाश अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में कई सुरक्षा एजेंसियां शामिल हैं। पूरे इलाके को घेर लिया गया है। ड्रोन और खोजी कुत्तों को भी काम में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान में शामिल जवान अत्यधिक सतर्कता बरत रहे हैं क्योंकि हो सकता है कि आतंकवादियों ने घने वन्य क्षेत्र में आईईडी लगाया हो।
आतंकवादी हमले के बाद भीम्बर गली-पुंछ रोड पर यातायात रोक दिया गया और लोगों को मेंढर के जरिए पुंछ जाने की सलाह दी गई है। यह इलाका जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) का गढ़ है और इसका 'कमांडर' रफीक अहमद उर्फ रफीक नाई इसी इलाके का रहने वाला है। दावा किया जा रहा है कि फिलहाल राजौरी और पुंछ क्षेत्र में तीन से चार आतंकवादी समूह सक्रिय हैं।