सिब्बल के घर जुटे विपक्षी दलों के 45 बड़े नेता, क्यों चर्चा में है यह डिनर डिप्लोमेसी?
मुख्य बिंदु
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सिब्बल के घर सोमवार रात डिनर पर जुटे 15 विपक्षरी दलों के 45 नेता
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बैठक में शामिल नहीं हुए राहुल गांधी
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डिनर डिप्लोमेसी को लेकर राजनीतिक हल्कों में उठ रहे हैं कई सवाल
नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के घर सोमवार को विपक्षी दलों के दिग्गज डिनर डिप्लोमेसी के तहत इकट्ठा हुए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति में हुई इस बैठक में विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ आगे की रणनीति पर भी चर्चा की।
इस डिनर बैठक में 15 पार्टियों के करीब 45 नेता और सांसद जुटे। इन सभी दिग्गजों ने सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के साथ-साथ एक मजबूत मोर्चा बनाने पर भी चर्चा की।
राहुल के जम्मू कश्मीर दौरे पर जाने के बाद हुए इस डिनर को लेकर राजनीतिक हल्कों में कई सवाल उठ रहे हैं। इसमें 2022 में उत्तर प्रदेश में और फिर 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए सभी दलों के एक साथ आने पर भी चर्चा की गई।
इस दौरान राजद के लालू प्रसाद यादव, राकांपा सुप्रीमो शरद पवार, सपा प्रमुख के अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम भी मौजूद थे।
शिवसेना के संजय राउत, आप के संजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन, बीजद नेता पिनाकी मिश्रा और अमर पटनायक, द्रमुक के तिरुचि शिवा और टी के एलनगोवन, रालोद के जयंत चौधरी और टीआरएस के नेता भी रात्रिभोज में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि सिब्बल का नाम कांग्रेस में राहुल विरोधी नेताओं में लिया जाता है। उनके नेतृत्व में ही 'जी-23' के नाम से मशहूर हुए कांग्रेसी नेता पार्टी में ब्लॉक से लेकर सीडब्ल्यूसी स्तर तक के चुनाव चाहते थे और इस संबंध में सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।