बदले सुर, मोदी को अहंकारी और राहुल को बताया विनम्र
राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी को शिकस्त का सामना करना पड़ा है। बीजेपी को तीन राज्यों में सरकार गंवानी पड़ी, जबकि दो राज्यों मिजोरम और तेलंगाना में बीजेपी का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है। तीन राज्यों की हार के बाद एनडीए के सहयोगी बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं।
केंद्र और महाराष्ट्र में एनडीए की सहयोगी दल शिवसेना ही बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर रही है। विधानसभा के नतीजों के बाद शिवसेना के सुर भी बदल गए हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इसे अहंकार पर विनम्रता की जीत बताया है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 'सामना' में अपने संपादकीय में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की विनम्रता की प्रशंसा की है। उद्धव ठाकरे ने लिखा है कि राहुल गांधी ने नम्रता से जीत को स्वीकार किया है और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का आभार जताते हुए घोषणा की है कि उनके काम आगे लेकर जाएंगे, लेकिन मोदी तो पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के योगदान को मानने को तैयार नहीं हैं। बीजेपी का निर्माण करने वाले आडवाणी भी उन्हें मंजूर नहीं है।
उद्धव ने आगे लिखा कि ऐसा अहंकार सिर्फ महाभारत में दिखाई दिया था, लेकिन उसका भी पराभव हुआ। राहुल गांधी ने नम्रता से कहा है कि हम बीजेपी का 2019 में भी पराभव करेंगे, लेकिन बीजेपी मुक्त भारत का नारा नहीं देंगे। इतने तूफान में भी गांधी क्यों टिके और इतना घाव सहकर भी लोकतंत्र नष्ट क्यों नहीं हुआ? इसका जवाब इसी विनम्रता में है। बीजेपी के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि इस जीत ने कांग्रेस को निराशा की गर्त से बाहर निकाल दिया है।