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Last Updated : सोमवार, 4 फ़रवरी 2019 (01:26 IST)

ऐसे प्रधानमंत्री से बात करने में शर्म महसूस होती है, जिनके हाथों में खून लगा है : ममता

ऐसे प्रधानमंत्री से बात करने में शर्म महसूस होती है, जिनके हाथों में खून लगा है : ममता - Mamta Banerjee, Kolkata, CBI
कोलकाता। केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाया कि वे राज्य में तख्ता पलट का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मुझे ऐसे प्रधानमंत्री से बात करने में शर्म महसूस होती है, जिनके हाथों में खून लगा है। 
 
इससे पहले सीबीआई की एक टीम ने चिट फंड घोटाला मामलों में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ का नाकाम प्रयास किया। ममता की यह टिप्पणी उसके बाद आई है। ममता ने आरोप लगाया कि सीबीआई कार्रवाई 'राजनीतिक रूप से प्रतिशोध वाली' और संवैधानिक मानदंडों पर हमला है। बाद में वह धरने पर बैठ गईं।
 
कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार, पश्चिम बंगाल के डीजी वीरेंद्र और एडीजी (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा भी धरना स्थल पर मौजूद थे। एक तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा, हम ममता बनर्जी के नेतृत्व में संविधान की रक्षा के लिए यहां आए हैं।
 
इससे पहले कुमार के आवास के बाहर ममता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के आदेश पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सीबीआई को राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने का निर्देश दे रहे हैं। ममता ने कहा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह राज्य में तख्तापलट का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि हमने 19 जनवरी को विपक्ष की रैली आयोजित की थी। हम जानते थे कि रैली आयोजित करने के बाद सीबीआई हम पर हमला बोलेगी। वह ब्रिगेड रैली का जिक्र कर रही थीं, जिसमें करीब 20 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे।
 
उन्होंने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध वाली है। ममता उन्होंने पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के आवास के बाहर जल्दबाजी में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारी सरकार ने सत्ता में आने के बाद चिट फंड मालिकों को गिरफ्तार किया। हमने ही मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया।’ ममता ने कहा कि वे साबित करें कि कुमार चिट फंड घोटाले में शामिल हैं।
 
उन्होंने कहा, कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। हमें आपको (सीबीआई को) सब कुछ क्यों देना चाहिए? उन्हें पुलिस आयुक्त के आवास पर बिना किसी वारंट के आने के लिए इतना दुस्साहस कहां से मिल रहा है?