Karnataka CM Swearing-In Ceremony वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धारमैया (Siddarmaiah) शनिवार दोपहर साढ़े 12 बजे कर्नाटक (Karnataka news) के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। सिद्धारमैया के शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस ने देश भर से विपक्ष नेताओं को आमंत्रित किया है। समारोह में ममता बनर्जी, एमके स्टालिन, नवीन पटनायक, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, शरद पवार, हेमंत सोरेने, चंद्रशेखर राव, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव समेत कई दिग्गजों को आमंत्रित किया है।
समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल होंगी। अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता मिला है और उनके 20 मई को बेंगलुरु में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।
शपथ लेने के बाद सिद्धरमैया के सामने जो पहली चुनौती है, वह एक ऐसा मंत्रिमंडल गठित करना है, जिसमें सभी समुदायों, क्षेत्रों और गुटों के अलावा नए और पुरानी पीढ़ी के विधायकों को साधा जा सके। कर्नाटक मंत्रिमंडल में अधिकतम 34 मंत्री हो सकते हैं और ऐसे में कई विधायक मंत्री बनने के इच्छुक हैं, जिसके चलते सिद्धरमैया के हाथ में एक कठिन कार्य होगा।
तीन दिनों की मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद कांग्रेस ने फैसला किया कि कर्नाटक की सत्ता का ताज सिद्धरमैया के सिर पर सजेगा और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार नई सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। शिवकुमार नई सरकार में उपमुख्यमंत्री होंगे। अगले लोकसभा चुनाव तक वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर भी बने रहेंगे।
सिद्धरमैया कुरुबा समुदाय से आते हैं और वह मई 2013 से मई 2018 के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कभी जनता दल और जनता दल (सेक्युलर)का हिस्सा रहे सिद्धरमैया दो बार राज्य के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। पिछली विधानसभा में वह नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे।
वहीं, शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। वह पिछले करीब तीन वर्षों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वह प्रदेश में कांग्रेस की पिछली कुछ सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के साथ ही कुछ महत्वपूर्ण विभाग भी सौंपे जा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनावों में कांग्रेस ने 135 सीट जीतकर शानदार जीत हासिल की, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमशः 66 और 19 सीट हासिल की।