पीरियड्स आने पर मासूम बहन की हत्या, दिल्ली मेट्रो में प्यार का बेशर्म दृश्य, समाज के दो चेहरे, दोनों ही शर्मनाक और वीभत्स
आज 10 मई को वायरल हुई दो खबरें न सिर्फ समाज को आइना दिखा रही है, बल्कि समाज के दो शर्मनाक और वीभत्स चेहरे दिखा रही हैं। इन खबरों के बारे में हम अपनी तरफ से कोई राय नहीं देते हुए इन दोनों खबरों के बारे में सोचने के लिए अपने पाठकों के लिए छोड़ देते हैं
पहली घटना
महाराष्ट्र के उल्हासनगर नगर में बड़े भाई ने पीट-पीटकर छोटी बहन की हत्या कर दी। 12 साल की नाबालिग बहन का दोष यह था कि उसे पहली बार पीरियड्स आए थे, इस वजह से उसके कपड़ों में खून नजर आ रहा था। भाई ने जब इस बारे में उससे पूछा तो वो ठीक से जवाब नहीं दे पाई कि उसके साथ क्या हुआ है। आरोपी की पत्नी ने कहा कि तुम्हारी बहन का कहीं चक्कर चल रहा है। भाई को बहन पर चरित्र शंका हुई और उसने उसकी हत्या कर दी।
दूसरी घटना
दिल्ली मेट्रो का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक कपल मेट्रो के फर्श पर बैठा है। लड़की अपने साथी लड़के की गोद में लेटी है और दोनों एक दूसरे को किस कर रहे हैं। लिपलॉक का यह दृश्य किसी मुसाफिर ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और अब उसका वीडियो वायरल हो रहा है। दोनों बिना किसी झिझक और संकोच के एक दूसरे को लिपलॉक कर रहे हैं।
एक घटना हत्या की है और दूसरी प्यार की। ये दोनों ही घटनाएं एक ही समाज में घटी है। एक राजधानी दिल्ली की है तो दूसरी देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से कुछ ही दूरी पर स्थित उल्हासनगर की है। समाज के दो चेहरे दोनों ही शर्मनाक और वीभत्स।
पहली घटना में या तो अपनी मासूम बहन की हत्या करने वाले भाई का अज्ञान है जिसे ये भी नहीं पता कि लड़कियों के साथ घटने वाली ये घटना एक प्राकृतिक नियम है या फिर इस हत्या के पीछे कोई दूसरा मोटिव हो सकता है। मकसद चाहे जो भी हो, हत्या किसी भी मोटिव के लिए जायज नहीं है। अगर पीरियड के रक्त को चरित्र शंका मानकर हत्या की गई तो यह समाज का एक बेहद वीभत्स चेहरा है। सोशल मीडिया में इस घटना की बेहद ज्यादा आलोचना हो रही है। लोग इस खबर के बारे में सुनकर सन्न और हैरान हैं।
दिल्ली मेट्रो में सरेआम लिप लॉक की घटना से वो सब लोग हैरान है जो इस जनरेशन से संबंध नहीं रखते। वे देखकर इस युवा पीढ़ी को कोस रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसी जनरेशन के लोग लिपलॉक के इस दृश्य को व्हाट्सएप ग्रूप में फॉरवर्ड कर चटखारे ले रहे हैं।
दोनों ही घटनाओं ने अपनी मर्यादा को ताक में रख दिया है। एक घटना में शादीशुदा भाई को ये नहीं पता कि मैंन्ट्रूअल साइकिल महिलाओं में एक प्राकृतिक चीज है तो वहीं दूसरी तरफ इसी पीढ़ी का एक कपल राजधानी दिल्ली में चल रही मेट्रो में सरेआम अपने प्यार का प्रदर्शन कर रहे हैं, प्यार कोई बुरी बात नहीं, लेकिन जिस तरह से इसे सार्वजनिक मुसाफिरों से भरी मेट्रो में जाहिर किया गया वो शर्मनाक ही कहा जाएगा।